लखनऊ 4 अक्टूबर ।वह रही चुनावी बाजार में बड़ी मुश्किल से मिल रहे दोस्तों को साथ का किसी भी झटके में टूटना किसी राजनेता को रास नहीं आ सकता है । इसी आशंका के चलते सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मायावती के पक्ष में बयान ही नहीं दिया बल्कि उनके सुर में सुर मिलाते हुए कह दिया कि बड़े फैसले लेने में मायावती किसी से डरती नहीं है। अखिलेश ने माया के सुर में सुर इसलिए भी मिला दिए क्योंकि बीते दिनों ही उन्होंने कांग्रे स्कोर तीन राज्यों में झटका देते हुए गठबंधन से इनकार कर दिया था।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस को बड़ा दिल दिखाने की जरूरत है कांग्रेसी अच्छी पार्टी है अखिलेश का इशारा मध्य प्रदेश राजस्थान व छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की ओर था अखिलेश ने कहा कि गठबंधन की जिम्मेदारी कांग्रेसी है।
सीबीआई के डर से बसपा के गठबंधन का न करने की कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर अखिलेश ने कहा कि मैं इतना जानता हूं कि भाजपा किसी के डर से फैसला नहीं लेती है उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं गठबंधन हो छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश और राजस्थान में हमारी ताकत उतनी नहीं है ।हमारी पार्टी तभी राष्ट्रीय बनेगी जब दूसरे दल गठबंधन करके चुनाव लड़ें।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी के ललितपुर में एसडीएम द्वारा की गई हत्या की उस पर दबाव था विवेक तिवारी हत्याकांड की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि कोई गाड़ी ना रोके तो उसे गोली मार दो । पूर्व सीएम ने कहा कि चीन से दोस्ती कर ली, पाकिस्तान से डर बता रहे हैं लोगों को बताया जा रहा है कि डिफेंस कॉरिडोर बन रहा उन्होंने पूछा कि कहां बन रहा है?
भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था, उन्हीं की सबसे बड़ी प्रतिमा बना रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि यूपी से जो लोहा एकत्र हुआ था, वह कहां गया।