लखनऊ 6 अक्टूबर पुलिसकर्मियों के बगावती तेवर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खासा नाराज कर दिया है. पुलिस की वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले में लता लगाई है इन सुरों को दबाने के लिए तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है और तीन थाना अध्यक्षों को तबादला कर दूसरी जगह भेजा गया है. यही नहीं रूट करने वाले दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीते दिनों हुए विवेक तिवारी मर्डर केस में आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी की गिरफ्तारी और बर्खास्तगी के विरोध में 5 अक्टूबर को काला दिवस मनाए जाने का मामला सामने आया था.
लखनऊ के अलीगंज थाने में तैनात सिपाही चेतन कुमार वर्मा मुंडवा थाने में तैनात सिपाही सुमित कुमार और नाका थाने में तैनात सिपाही गौरव चौधरी को सस्पेंड किया गया है लखनऊ के ही नाका थाने के अशोक परशुराम सिंह एसओ अलीगंज अजय यादव और धर्मशाला का तबादला किया गया है जबकि गिरफ्तार किए गए पूर्व पुलिस कर्मियों में अविनाश पाठक और बृजेंद्र यादव शामिल है पुलिस ने अविनाश पाठक को मिर्जापुर औऱ बृजेश को वाराणसी से गिरफ्तार किया।
इस मामले में योगी आदित्यनाथ ने घटना के फौरन बाद प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार डीजीपी ओपी सिंह और मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडे को बुलाकर अपनी नाराजगी जताई।
विरोध पर लगाम नहीं लगी तो भुगतेंगे खामियाजा
योगी आदित्यनाथ ने आला अफसरों को इस मामले को लेकर खरी खोटी सुनाते हुए कहा है यह उच्च स्तर पर की गई लापरवाही का नतीजा है, जिसकी वजह से पुलिसकर्मी इतना मुखर होकर के विरोध पर उतर आए हैं. अगर इस पर फौरन लगाम नहीं लगाई गई तो इसका खामियाजा अधिकारियों को भी भुगतना होगा.