नई दिल्ली 8 अक्टूबर। यूपी के लखनऊ में बीते दिनों हुए एप्पल कंपनी के मैनेजर विवेक तिवारी की पुलिस की गोली से हुई मौत के बाद पुलिस को भड़काने की साजिश की जा रही है? ये सवाल एक ख़त मिलने के बाद उठ रहा है।
सोचिए यदि एक दिन यूपी की पुलिस ड्यूटी पर आकर काम ना करे, ना किसी की शिकायत सुने, ऐसे में क्या होगा?साफ है कि सूबे में अफरातफरी हो जाएगी।
कानून व्यवस्था के लिए खतरा हो जएगा। ये सब विवेक तिवारी हत्याकांड के बाद ऐसी विरोध की साजिश का अंदेशा जता रहा है। इस अंदेशे का खुलासा एक गोपनीय खत से हुआ है। पुलिस सतर्क है और पूरी कोशिश है कि विरोधियों की साजिश को नाकाम किया जाए।
परम गोपनीय , यानि टॉप सीक्रेट। यूपी पुलिस का ये खत न्यूज़ चैनल आज तक के हाथ आया है। चिट्ठी मेरठ के एसपी इंटेलीजेंस आर.पी. पांडे ने 9 जिलों के पुलिस विभाग को भेजी है. चिट्ठी में उन्होंने व्हॉट्सएप पर वायरल एक मैसेज का जिक्र किया है और ये आशंका जताई है कि सोशल मीडिया के जरिए पुलिस को भड़काया जा रहा है.
उस वायरल मैसेज से साफ है कि कोई अंदर ही अंदर खाकी को विरोध के लिए उकसा रहा है. मैसेज में विरोध का तरीका भी बताया गया है. उस मैसेज को सभी ग्रुप में फारवर्ड करने की बात भी कही जा रही है. ये चेतावनी भी दी है कि अगर ऐसा किया तो कल आपका होगा. नहीं तो हर जगह मार खाते रहोगे.
आपको बता दे कि पुलिसवालों ने पहले ही पट्टी बांधकर विरोध जताया और अब काम ना करने की साजिश रची जा रही है।
मैसेज कौन किसको भेज रहा है, ये साफ नहीं है. लेकिन जिस तरह से हाल ही में काली पट्टी बांधकर कुछ पुलिसवाले विरोध का ट्रेलर दिखा चुके हैं. उससे यही लग रहा है कि अब 10 अक्टूबर आगे की पिक्चर देखने को मिलेगी. वैसे डीजीपी कह रहे हैं कि उन्हें अपने जवानों पर पूरा भरोसा है.