नई दिल्ली 9 अक्टूबर डीआरडीओ की ब्रह्मोस यूनिट में काम करने वाले निशांत अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद दो और वैज्ञानिकों से पूछताछ की गई है .
खुलासा हुआ है कि काजल नाम के फेसबुक पर एक्टिव आई एस आई की महिलाओं के जरिए देश की रक्षा संसाधनों में सेंध लगाई है .जानकारी के अनुसार निशांत की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश की एंटी टेरर मंगलवार को डीआरडीओ के कानपुर सेंटर में काम करने वाले दो और वैज्ञानिकों पूछताछ की है इस बात में इस बात की जानकारी मिली है कि का रियल नाम से फेसबुक पर एक्टिव आईएस आईटी महिला एजेंट ने ऐसे ही कई लोगों को हनी ट्रैप में फंसा कर देश के रक्षा संस्थानों में सेंध लगाने की कोशिश की है।
जांच एजेंसियों ने पाकिस्तान की उन महिला आईएएस एजेंटों की पहचान की है जो फेसबुक पर अलग-अलग नामों से एक्टिव हैं खुफिया एजेंसियों की नजर में कार्य नाम से सक्रिय कैसे फेसबुक प्रोफाइल के बारे में जानकारी मिली है जो 15 से 20 को फाइल पर अलग-अलग नाम से एक्टिव है।
डीआरडीओ के वैज्ञानिक और बीएसएफ के 1 जवान हनी ट्रैप के शिकार हो चुके हैं। हनी ट्रैप का मामला सामने आने के बाद भारतीय खुफिया एजेंसियों की नजर आई एस आई कि ऐसे ही एक हजार से ज्यादा फेसबुक प्रोफाइल पर है जिसके जरिए भारतीय सेना और रक्षा संगठनों से जुड़े लोगों को अपने जाल में फंसाने की कोशिश की जा रही है।