कानपुर- पद्मश्री पद्मभूषण डॉक्टर कटिहार ने ज़हर खाकर आखिर जान क्यों दी?रिपोर्ट-रिंकू

कानपुर 9 अक्टूबर कानपुर यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति पद भूषण और पद्मश्री से सम्मानित डॉक्टर सर्वज्ञ सिंह कटियार ने बीमारी को अकेलेपन के चलते जहर खाकर जान दे दी सोमवार देर रात प्रभु नगर स्थित रीजेंसी अस्पताल में उनकी मौत हो गई ।
उन्हें 21 दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था हालांकि डॉक्टरों ने उनका दूसरा सुरक्षित रख लिया है पुलिस का कहना है कि जहर और उसकी तीव्रता का पता लगाने के लिए विसरा जांच के लिए भेजा जाएगा पुलिस को पूर्व कुलपति के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है माना जा रहा है कि इस सुसाइड नोट के जरिए पुलिस अहम राज से पर्दा उठा सकती है।

आपको बता दें कि सर्वज्ञ सिंह कटियार मूल रूप से फतेहगढ़ फर्रुखाबाद के रहने वाले थे वह यहां आर्य नगर में मॉडर्न बेकरी के सामने बने मकान में रहा करते थे 1994 से 2007 से छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में तीन बार कुलपति रहे उन्हें 2003 में पद्मश्री और 2009 में पद्म भूषण का सम्मान मिला था कटिहार को कोई संतान नहीं थी उनकी पत्नी युवा मेसी की 5 जनवरी 2017 को मृत्यु हो गई थी डॉग के छोटे भाई रघुवीर सिंह के बेटे रितेश के अनुसार 18 सितंबर 2018 को उनकी हालत बिगड़ गई थी सोमवार रात उन्होंने दम तोड़ दिया।
मंगलवार सुबह टककर कटिहार की मौत की सूचना स्वरूप नगर पुलिस को और परिजनों को दी पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। सूत्रों के मुताबिक डॉ. कटियार का विसरा जांच के लिए सुरक्षित रखा गया है।
बताया जाता है कि पुलिस को डॉक्टर कटिहार की डायरी में अंग्रेजी में लिखा एक सुसाइड नोट मिला है इसके अलावा फांसी एक शीशी भी मिली है भतीजे ज्योतिष के अनुसार टाटा कटिहार को पेट और दस्त की बीमारी थी जिसका इलाज चल रहा था शिव स्वरूप नगर अवध नारायण के मुताबिक अभी तक परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है पोस्टमार्टम रिपोर्ट और तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बताया जाता है कि एसएसपी को संबोधित लेटर में लिखा गया है कि मैंने अपनी जिंदगी को खूब जी लिया नाम और कीर्ति कमाई मैंने यह मकान अपनी पत्नी एवं ऐसी के साथ मिलकर 1990 में बनाया था।
इन दोनों में गंभीर बीमारियों से जूझ रहा हूं अकेलेपन और डिप्रेशन में आकर मैं अपना जीवन स्वयं समाप्त कर रहा हूं यह मेरा खुद का निर्णय है किसी को इसके लिए परेशान ना किया जाए मैं विनम्रता पूर्वक निवेदन करता हूं कि मेरी फैमिली को मेरा सम्मानजनक अंतिम संस्कार करने का मौका दिया जाए।

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