उरई। राष्ट्रीय राजमार्ग के फोरलेन के कालपी में अधूरे कार्य के शुरू होने को लेकर अभी भी संशय के बादल छाये हुए हैं।
15 वर्षों से कालपी में फोरलेन अधूरी होने से झांसी-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बाधित था। जिसके पीछे रास्ते में पड़ने वाले धार्मिक स्थल मुख्य समस्या माने जा रहे थे। गत 8 सितंबर को जिलाधिकारी डा. मन्नान अख्तर के दृढ़ निश्चय के कारण 5 धार्मिक स्थल शिफ्ट हो जाने के बाद फोरलेन कंपलीट करने की मुख्य बाधा दूर हो गई। लेकिन एक महीना से अधिक समय हो जाने के बावजूद दो किलोमीटर अधूरी फोरलेन के चौड़ीकरण का कार्य अभी तक गति नही पकड़ पाया है। दो निर्माण कंपनियां पहले ही इस मामले में हाथ खड़ा कर चुकीं हैं। जबकि एक कंपनी निर्माण के नाम पर केवल झांस दे रही है।
भरोसेमंद सूत्र बताते हैं कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की कार्यदायी संस्था नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी हैदराबाद ने 800 मीटर लंबे फोरलेन, ओवर ब्रिज और सर्विस लेन निर्माण के लिए लखनऊ की गुप्ता कंस्ट्रक्शन कंपनी से करार किया था। इस कंपनी ने कुछ दिन तो काम कराया लेकिन संसाधनों तथा मशीनरी के अभाव के कारण बाद में यह कंपनी मैदान छोड़ गई। इसके बाद सिंह कंस्ट्रक्शन कंपनी से बात चली लेकिन इस कंपनी का अरुणांचल प्रदेश में काम चल रहा है जिसके खत्म होने के बाद ही कंपनी ने कालपी में कार्य शुरू करने की बात कही। जिससे मामला अधर में लटक गया। बाद में सेतु एवं सड़क निर्माण के लिए चर्चित लखनऊ की मित्तल कंस्ट्रक्शन कंपनी से बात की गई लेकिन यह कंपनी भी अभी तक कार्य शुरू नही कर सकी है। कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर इं. महेश कुमार के मुताबिक कालपी में राष्ट्रीय राजमार्ग के प्रस्तावित कार्य की शीघ्र ही शुरूआत की जायेगी। इस बीच ओवर ब्रिज तथा सर्विस लेन की डिजायन का अप्रूवल राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से होना है।
बाद उधर कार्य रुका होने से राहगीरों और कालपी के बाशिंदों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उप जिलाधिकारी सुनील कुमार शुक्ला ने इसे लेकर एनएचआई के कानपुर इकाई के पीडी पुरुषोत्तम लाल चौधरी से फोन पर बात की। उन्होंने जल्द ही कार्य शुरू कर देने का भरोसा दिलाया।