भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलायें सुन भावविभोर हुये श्रोता
झाँसी। पुरानी तहसील स्थित सांई मंगलम में ओमहरे परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद भागवत कथा के पंचम दिवस श्रीधाम वृंदावन से पधारे कथा व्यास संदीप कृष्ण महाराज ने श्रीकृष्ण भगवान की बाल लीलाओं का विस्तार से वर्णन किया।उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण ने 6 वर्ष की उम्र में कालिया नाग को नाथ कर यमुना जल को पवित्र किया। वे कहते हैं कि जब जीव मन रूपी गेंद यानि कि भगवान का ध्यान करेगा तब तब वासना के कालिया नाग को मार कर प्रभु हृदय को पवित्र कर देंगे, इसके बाद भगवान ने 7 वर्ष की उम्र में गिरराज को धारण किया, इन्द्र के अभिमान को नष्ट करने के लिए ही भगवान कृष्ण ने गिरिराज गोवर्धन की पूजा करवायी। कथा व्यास ने कहा कि भागवत दर्शन ही कृष्ण भगवान के दर्शन है। भागवत में भगवान की बाल लीलाओं का प्रसंग सुनकर श्रोतागण भाव विभोर हो उठे।कथा व्यास ने सुंदर भजन सुनाये “छोटी छोटी गइंया छोटे छोटे ग्वाल छोटो सो मेरो मदन गुपाल”जिन्हें सुन श्रोता झूम उठे।
प्रारंभ में यजमान परिवार से माताजी राममूर्ति देवी, रमेशचंद्र राजकुमारी, महेशचंद्र राधारानी, सुरेशचंद्र भारती, कृष्णबिहारी सुनीता एवं विनीता विनयकुमार एवं अभिषेक ओमहरे ने कथा व्यास का माल्यार्पण कर श्रीमद भागवत पुराण का पूजन कर आरती उतारी।संचालन आचार्य अरबिंद दुबे ने किया।
इस मौके पर योगाचार्य शोभाराम सोनी, दशरथ गुप्ता,अनूप सिंह चौहान, ओम प्रकाश सोनी, रेखा गुप्ता अंशिका, मयंक माहेश्वरी सूरत, भगवती शिवहरे,संस्कार सुनील कुशवाहा, दिलीप अग्निहोत्री, रामदास पाठक, नारायणदास यादव, मानसिंह यादव आदि मौजूद रहे।अंत में कृष्णबिहारी ओमहरे ने सभी का आभार व्यक्त किया।