उरई । गुरुवार को विकास भवन के सभागृह मे 70 लाख सौर ऊर्जा लैम्प योजना के अंतर्गत जिलाधिकारी डॉ मन्नान अख्तर की अध्यक्षता मे बैठक का आयोजन किया गया। सोलर लैंप योजना की शुरुआत कदौरा से शुरू होगी । इसके अंतर्गत समूह की महिलाओं को रोजगार व स्कूल जाने वाले ग्रामीण बच्चो को पढ़ाई के लिये स्टडी सौर ऊर्जा लैम्प मिलेगा
इस योजना के हेड आईआईटी मुंबई की तरफ से देख रहे उत्तर प्रदेश राज्य के परियोजना प्रबंधक शैलेन्द्र द्विवेदी ने बैठक में बताया कि 70 लाख सौर ऊर्जा लैंप योजना मे वितरित किए जाने हैं ।
उक्त योजना भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय एवं आईआईटी मुंबई, ईईएसएल, उत्तर प्रदेश तथा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के संयुक्त तत्वावधान में चलाई जा रही है ।
प्रारम्भिक से माध्यमिक स्तर (1-12) तक गरीब छात्र छात्राओं को पढ़ाई के लिए स्कूल में लैम्प वितरण 100 रू में किया जायेगा जबकि इस लैंप का वास्तविक मूल्य 700 रू है | इस लैम्प को असेम्बल करने में 12 रू0 प्रति लैम्प एवं वितरण करने वाली महिलाओं को 17 रू0 प्रति लैम्प दिया जायेगा जिससे महिलाएं 1 दिन में 300 से 400 रू0 तक लगभग आमदनी कर सकती है।
महिला सशक्तिकरण को समर्पित आजीविका मिशन के विविध कदमों में एक महत्वपूर्ण पहल महिलाओं को रोजगार के साधनों से जोड़ते हुए उनके परिवार को सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराना है। सोलर लैम्प योजना बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए काफी मददगार साबित होगी।
ये परियोजना उन क्षेत्रों में चलाई जा रही है जहां पर या तो बिजली का कनेक्शन नहीं है और कनेक्शन है तो या तो बिजली की कटौती होती है या फिर उनसे प्राप्त प्रकाश नहीं मिलता । उसके कारण या फिर स्कूल जाने वाले बच्चे शाम को किरोसिन से दीपक जला कर पढ़ते हैं । इसलिए सोलर लाइट परियोजना विशेष रूप से स्कूल के बच्चों के लिए तैयार की गई है ।
सोलर लैंप प्रशिक्षण के बाद यही के समुदाय की महिलाएं असैंबली एवं डिस्ट्रीब्यूशन कार्य करेगी । विभिन्न गॉवों से चयनित महिलायों का जनपद स्तरीय 5 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण लैंप असैंबली एवं डिस्ट्रीब्यूशन का दिया जायेगा । प्रथम चरण मे ब्लाक -कदौरा का चयन किया गया । इस ब्लाक मे मे 1 असैंबली एवं डिस्ट्रीब्यूशन केंद्र स्थापित किया जायेगा । ब्लाक मे व 48 हजार बच्चो को लैंप वितरण किया जायेगा । योजना के अंतर्गत 50 महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा । इस योजना के अंतर्गत 50 महिलाओं की 5 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण जिले स्तर पर आईआईटी मुंबई के इंजीनियर के द्वारा दिया जायेगा तथा 5 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह मे संपन्न हो जायेगा |
जिलाधिकारी डॉ मन्नान अख्तर ने कहा कि ये योजना हमारे जिले में समूह की महिलाओं व स्कूल जाने वाले बच्चो के लिए वरदान साबित होगी । उन्होने कहा कि जिला प्रशासन को भरपूर सहयोग आईआईटी मुंबई की टीम का मिलेगा । मुख्य विकास अधिकारी अवधेश बहादुर सिंह ने कहा कि असेंबली एवं डिस्ट्रीब्यूशन केंद्र जहॉ भी स्थापित किया जाना है वह जगह मॉडल बनायी जाये । कदौरा ब्लाक की विभिन्न गॉवों से इच्छुक महिलाओं का कल इंटरव्यू के माध्यम से चयन अच्छी तरह किया जाये और योजना को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करे ।
बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी , जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला विकास अधिकारी, परियोजना अधिकारी, खंड बेसिक शिक्षा अधिकारी ,उपायुक्त स्वतः रोजगार, जिला मिशन मैनेजर ,ब्लाक मिशन मैनेजर, फील्ड ऑफिसर, पीआरपी, टेक्निकल मैनेजर सत्यम मौजूद थी ।