नई दिल्ली 22 दिसम्बरः कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी का आत्मविश्वास बढ़ गया है। वो पहले की अपेक्षा अब ज्यादा हमलावर नजर आरहे हैं। राहुल के निशाने पर सीधे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी नीतियां हैं। आखिर ऐसा क्यो?
आज कांग्रेस वर्किंग कमिटि की बैठक के बाद जिस अंदाज मे राहुल गांधी ने टूजी को लेकर अपना रूख रखा, उससे साफ हो गया कि आने वाले दिनो मे कांग्रेस और हमलावर होगी।
राहुल गांधी जान गये है कि गुजरात मे जिस तरह से कांग्रेस का प्रचार हुआ और वहां पार्टी को बढ़त मिली, उसे आगे ले जाने की जरूरत है।
यही कारण है कि राहुल गांधी अब सीधे नरेन्द्र मोदी पर निशाना साध रहे हैं। राहुल को मोदी का करप्शन राग ही उन्हे घेरने के लिये अच्छा दांव लग रहा है। वैसे अमित शाह के बेटे पर लगे आरोपो पर प्रधानमंत्री की चुप्पी ने राहुल को करप्शन को लेकर हमलावर बनने मे अहम योगदान दिया है।
गुजरात चुनाव मे जिस अंदाज मे राहुल गांधी ने प्रचार की कमान संभाली उससे उनके अंदर का नेता जाग गया है। वो सीधे तौर पर बीजेपी को उनकी नीतियो और बयानबाजी को लेकर घेर रहे हैं।
राहुल जानते है कि बीजेपी की कमजोर नस उनके बयान है। जो पार्टी ने लोकसभा चुनाव से पहले दिये। इनमे हर खाते मे पन्द्रह लाख, देश मे करप्शन को जड़ से मिटाना आदि।
कांग्रेस को टूजी केस और इसके बाद आदर्श मामले मंे न्यायिक प्रक्रिया से मिल रही राहत के बाद और बल दिया है।
माना जा रहा है कि आने वाले दिनो मे कांग्रेस बीजेपी को उनकी नीतियो और बयानो को लेकर इस अंदाज मे घेरेगी, जिससे पार्टी जवाब देने को मजबूर हो जाए।