नई दिल्ली 10 जून RSS के कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को लेकर शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में एक नई संभावना को जन्म देते हुए लिखा है 2019 के चुनाव में वो एनडीए के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं।
शिवसेना के साथियों के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है कि क्या प्रणब मुखर्जी वास्तव में RSS के करीब जा रहे हैं।
सामना में लिखे लेख में यह भी कहा गया कि कभी RSS में बाल ठाकरे को मंच के लिए आमंत्रित नहीं किया जबकि वह मुसलमानों को रिझाने के लिए अब नरम रुख अपना रही है।
अपने लेख में शिवसेना ने कहा कि rss के मंच पर प्रणब मुखर्जी बनाने को लेकर दिल्ली में अलग प्रकार की रणनीति तैयार की जा रही है इस रणनीति में 2019 के आम चुनावों में यदि ऑडियो को बहुमत नहीं मिलता है तो पार्टी प्रणब मुखर्जी को प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में आगे कर सकती है उनके नाम को लेकर कोई ऐतराज भी नहीं करेगा।
गौरतलब है कि नाराज शिवसेना को मनाने के प्रयास के तहत बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पिछले हफ्ते उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी. हालांकि इस मुलाकात के अगले दिन ही शिवसेना प्रमुख ने कहा था कि अभी जो कुछ भी हो रहा है, वह सब ड्रामा है. बता दें, पालघर लोकसभा सीट के लिए हाल में हुए उपचुनाव में शिवसेना उम्मीदवार बीजेपी उम्मीदवार से हार गया था.