नई दिल्ली 21 मार्चः दो दिन बाद यानि 23 मार्च को राज्यसभा की 26 सीट के लिये मतदान होना है।यह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की अग्निपरीक्षा होगी। राज्यसभा चुनाव के लिये विपक्ष भी कमर कस चुका है। कहा जा रहा है कि शाह पिछले दिनांे विपक्ष की एकता के तोड़ को कमजोर करने के लिये ठोस कदम उठाएंगे, ताकि आम चुनाव मंे वो विखर सके।
बाकी 6 राज्यों की 25 सीटों पर 23 मार्च को मतदान होना है. ये चुनाव बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के लिए काफी अहम हैं क्योंकि उनके सामने विपक्ष की एकता को टक्कर देने की चुनौती है.
गौरतलब है कि गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, आंध्र प्रदेश, हिमाचल, ओडिशा, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड से राज्यसभा के लिए 33 सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं. इन सभी दस राज्यों में नाम वापसी के बाद निर्धारित सीट के बराबर ही उम्मीदवार बचे थे. जबकि उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, झारखंड, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में चुनाव होने हैं. इन राज्यों में निर्धारित सीट से ज्यादा उम्मीदवार हैं.
उत्तर प्रदेश: बीजेपी और बसपा के बीच जंग
यूपी की 10 सीटों के लिए 23 मार्च को मतदान होगा. सूबे में 11 उम्मीदवार मैदान में हैं. विधायकों की संख्या के लिहाज से बीजेपी के 8 और सपा के एक सदस्य की जीत तय है. जबकि एक सीट के लिए बीएसपी उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर और बीजेपी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी अनिल अग्रवाल के बीच मुकाबला है. बसपा उम्मीदवार अंबेडकर को सपा और कांग्रेस समर्थन कर रही हैं. अजित सिंह की पार्टी आरएलडी भी उनके समर्थन में है. वहीं बीजेपी के सहयोगी ओम प्रकाश राजभर और अपना दल दोनों के सुर बदले हैं. इससे बीजेपी की बेचैनी बढ़ गई है.