लखनऊ 11 जून। सपा मुखिया अखिलेश एफव ने मोदी को हटाने के लिए एक बार फिर मायावती के आगे घुटने टेक दिए। अखिलेश ने मैनपुरी में कहा कि वो बसपा से समझौते के लिए जूनियर पार्टनर बनने को तैयार है। यानी मायावती की गठबंधन का नेता मान लेंगे।
अखिलेश ने साफ किया कि मोदी को हटाने के लिए उन्हें 2-4 सीटें कम मिलती है तो कोई परेशानी नही। सपा किसी भी कीमत पर बसपा का साथ नही छोड़ेगी।
आपको बस्ता दे कि मायावती ने पहले साफ कर दिया था कि अगर उन्हें सम्मानजनक सीटें नहीं मिलीं तो उनकी पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी. मायावती के इस बयान को राजनीतिक तौर पर एक बड़े बयान के तौर पर देखा जा रहा था, जिसमें उन्हें बड़ा पार्टनर मानने की एक जिद निहित थी.
मैनपुरी में अखिलेश यादव ने एक बार फिर गठबंधन के लिए मायावती के सामने अपने हथियार डाल दिए हैं