कोंच। सुहागिन महिलाओं का प्रमुख पर्व करवा चौथ पूरी आस्था और विश्वास के साथ मनाया गया। सुहागिनों ने अपने पतियों की लंबी आयु की कामना के साथ दिन भर व्रत रखा और शाम को चंद्र दर्शन के साथ पति परमेश्वर के भी दर्शन कर व्रत तोड़ा।
शनिवार को करवा चौथ व्रत को लेकर सुहागिनें सबेरे से ही व्रत की तैयारियों में जुट गई थीं और पूरे दिन उन्होंने व्रत रख कर अनुष्ठान किया। ऐसा माना जाता है कि करवा चौथ का व्रत करने से पति की आयु लंबी होती है, इस पर्व को लेकर तमाम किंबदंतियां और जनश्रुतियां प्रचलित हैं लेकिन लब्बोलुआब सभी का एक ही है पति की दीर्घायु।
इस व्रत को द्वापर युग में प्रारंभ हुआ माना गया है जब द्रौपदी ने इसे कृष्ण के बताये अनुसार रखा था। आज के दिन सुहागिनें दिन भर निर्जल रह कर व्रत करती हैं और शाम को संपूर्ण श्रृंगार करके चंद्रमा के दर्शन कर उसे अघ्र्य देती हैं तथा अपने पति का दर्शन कर व्रत तोड़ती हैं। पति परमेश्वर भी अपनी पत्नियों के लिये मूल्यवान उपहार लाकर उन्हें प्रदान करते हैं। इस व्रत के लिये महिलायें कई दिनों से तैयारी कर रही हैं और पतियों को इस बात की खास हिदायत रहती है कि कम से कम आज के दिन तो वे अपने रोजमर्रा के काम जल्दी निपटा कर ऑफिस या प्रतिष्ठान से जल्दी घर आ जायें ताकि उनकी पत्नियां उनका दर्शन कर अपना व्रत पूरा कर सकें।