नई दिल्ली 5 जनवरीः चारा घोटाले मे दोषी करार दिये गये पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को आज सजा नहीं सुनायी जा सकी। हां, उन्होने जज के सामने जो दलीले दी, उसे सुनकर कई बार जज साहब भी हंस पड़े।
खास बात यह है कि कम सजा पाने के लिए वो खुद और उनके वकील एक के बाद एक ऐसी दलीलें पेश कर रहे हैं जिस पर किसी को हंसी ही आ सकती है. अगर उन्होंने सत्ता में रहने के दौरान इन कमियों को दूर करने की कोशिश की होती तो आज उन्हें यह शिकायत नहीं करनी पड़ती. जानते हैं जेल को लेकर क्या है उनकी शिकायतें.
लालू बोले- मुझे किडनी की बीमारी
जेल को लेकर लालू की शिकायतें खत्म नहीं हो रही थी. शुक्रवार को कोर्ट में फैसला आने से पहले लालू की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेशी हुई. लालू की तरफ से वकीलों ने कम सजा दिलाने के लिए कुछ और बहाने किए. वकील की ओर से पेश दलील में कहा गया कि उन्हें किडनी की बीमारी है, डायबिटीज के मरीज हैं और उनके दिल का ऑपरेशन भी हो चुका है. इसलिए उन्हें कम से कम सजा दी जाए.
इससे पहले रांची स्थित विशेष सीबीआई अदालत से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू यादव ने उस समय शिकायत की कि जेल में ठंड बहुत है जब जज ने उनसे पूछा कि कोई दिक्कत तो नहीं है. लालू का जवाब सुनकर जज ने कहा, तो तबला बजाइए.
जज शिवपाल सिंह ने लालू प्रसाद की ओर इशारा कर करते हुए एक और सवाल पूछा, “जेल में कोई दिक्कत तो नहीं?” जवाब में लालू ने कहा, “साहब जेल में मेरे परिचितों को मुझसे मिलने नहीं दिया जा रहा है.” जिस पर जज ने कहा, “इसीलिए तो आपको अदालत में बुलाते हैं जिससे आप सबसे मिल सकें.”