झाँसी-कैसी मुसीबत है। झाँसी में केंद्रीय मंत्री उमा भारती औऱ बीजेपी ले विधयकों की पूरी फ़ौज खड़ी है । इसके बाद भी किसी माननीय की आँख किसान की मौत पर रोती नही ।
ये बात जनता इसलिए कह रही, बीते कुछ दिनों में बुंदेलखंड के कूदन जान पर जान दे रहा। किसी माननीय का दिल नही पसीज रहा। कैसे ।बेदर्द है? चलिए आपको बताते है कि हुआ क्या है।
झांसी के उल्दन थानार्न्तग्राम ग्राम लठेशरा में एक किसान ने पेड़ से लटककर फांसी लगी ली। जिससे उसकी मौत हो गई। पिता की मौत के उसकी दो बेटियां और एक बेटा बेसहारा हो गये, क्योंकि तीन साल पहले बच्चों की मां की भी मौत हो गई थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कार्रवाही शुरु कर दी है।
झांसी जनपद के तहसील टहरौली के अंतर्गत आने वाले उल्दन थाना क्षेत्र के ग्राम लठेशरा निवासी 45 वर्षीय अरविंद के पास लगभग 25 बीघा खेती जमीन है। अरविंद की 10 व 7 वर्षीय दो बेटियां और 5 वर्षीय बेटा है। कई वर्षो से कुदरत की मार के कारण खेती अच्छी नहीं हो रही थी। जिस कारण वह घीरे-धीरे बैंक और साहूकारों का कर्जदार हो गया। जिसको लेकर उसके घर में तनाव की स्थिति बनने लगी। इसी तनाव में तीन साल पहले उसकी पत्नी की मौत हो गई थी। जिसको लेकर महिला के मायके वालों ने उस पर हत्या करने का आरोप लगाया था। जिसमें उसे जेल भेजा गया। जेल जाने के कारण लिया गया कर्ज वह समय पर नही चुका आया। जिससे ब्याज सहित वह अधिक हो गया। जेल से छूटने के बाद बच्चों की परिवरिस ठीक से न कर पाने और कर्ज चुकाने को लेकर अरविन्द चिंता में रहने लगा।
विगत दिवस वह घर में नजर नही आया तो खोजबीन की गई। खोजबीन के दौरान पता चला कि गांव में बनी पानी की टंकी के पास लगे पेड़ से उसका शव लटका हुआ है। यह जानने के बाद परिजन मौके पर पहुंचे और थाने की पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया।
पुलिस अपना काम कर गयी। क्या उमा भारती ओर अन्य विधयकों का दिल पसीजेगा?