रवि त्रिपाठी
झांसीः बेकार हो रहे बाजार को संवारने की जददोजहद मे लगे व्यापारियो को आखिरकार प्रशासन का साथ मिल ही गया। पिछले कुछ समय से लगातार की जा रही कोशिश को आज परवार चढ़ते देख व्यापारियो की भी बांछे खिलने की मुद्रा मे आ गयी हैं। मौका था कोतवाली परिसर मे मानिक चैक, बड़ाबाजार, गंज आदि बाजार से अतिक्रमण हटाने आदि समस्याओ को लेकर प्रशासन और व्यापारियो के बीच हुयी बैठक का।
एसपी सिटी, सिटी मजिस्टेट, अपर नगर आयुक्त, कोतवाल और टीएसआई के साथ विभिन्न व्यापार मंडल के व्यापारी सोमवार की शाम कोतवाली मे बैठे। पिछले कुछ दिनो से बाजार को जैम मुक्त कराने, पार्किंग की समस्या से निपटने, शौचालय की सुविधा का विस्तार करने आदि मुददो पर मंथन का दौर शुरू हुआ, तो क्या व्यापारी और क्या अधिकारी। सभी के सुर स्मार्ट सिटी की कल्पना को साकार देते नजर आये।
हर कोई बोल उठा हम किसी कीमत पर अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं करेगे। सख्ती, जुर्माना और सहयोग के बीच व्यवस्था को धरातल पर मूर्तरूप देने की योजना का खाका खींचा गया।
तय हुआ कि प्रारंभ मे मानिक चैक मे मंगलवार को लगने वाला बाजार बंद कराया जाए। दुकानदारो की नीयत मे हद से बाहर जाने की मंशा पर रोक लगाने के लिये सख्ती का सहारा सभी को पसंद आया। इसमे सभी ने इस पर स्वीकृति दे दी कि दुकान का सामान बाहर होने पर पहली बार मे पांच सौ रूपये का जुर्माना। दूसरी मर्तबा जुर्माना पांच हजार और तीसरी बार कानूनी कार्यवाही।
सख्ती पर व्यापारियो के सुर प्रशासन की मंशा से ऐसे मिल गये, जैसे पूरा मामला तत्काल हल किया जा रहा हो। कहते है कि डूबते को तिनके का सहारा दिखे, तो वो उपर वाले का शुक्रगुजार करने लगता है।
व्यापारियो को आज अतिक्रमण जैसी समस्या पर प्रशासन से तालमेल बैठाने का मौका कुछ ऐसे ही हालातो को बयां कर रहा था।
बैठक मे तय हुआ कि बुधवार से बाजार मे अतिक्रमण हटाने को लेकर अभियान चलेगा। इसमे दुकान की हद बाहर होने पर तत्काल पांच सौ रूपये की रसीद काट दी जाएगी। इसमे किसी को कोई ईफ-बट कोई गुंजाइश नहीं होगी। प्रशासन के सुझाव पर व्यापारियो ने स्मार्ट बनते बाजार की खुशी मे कुर्बानी देने और नियम पर चलने के लिये किसी प्रकार की आनाकान नहीं दिखायी।
बैठक मे यह भी तय किया गया कि पार्किंग के लिये महिला चिकित्सासलय से लेकर मिनर्वा चैकी तक का स्थान व्यापारियो के लिये आवंटित कर दिया जाए। व्यापारी ग्राहक को कैसे सुविधा दे, यह उनके उपर छोड़ दिया गया।
बाजार मे सब्जी मंडी सजाने जैसे माहौल निर्मित करने वाले अस्थाई हाथ ठेला वालो को पूरी तरह प्रतिबंधित करने मे सभी सहमत दिखे। अधिकारियो ने कहा कि जल्द ही ऐसे ठेला वालो को एक स्थान तय कर वहां खड़े होने का फरमान जारी किया जाएगा।
बाजार मे सबसे बड़ी समस्या के रूप मे दुकानदार और ग्राहको को परेशान करने वाला शौचालय का मुददा भी बातो-बातो मे हल हो गया।
नगर निगम ने तीन शौचालय बनाने की स्वीकृति दे दी। हां, यह कह दिया कि स्थान व्यापारी चयनित कर ले।
अधिकारियो के सहयोग भरे रवैये ने स्मार्ट शहर मे स्मार्ट बाजार नजर आने की संभावनाओ के अंजाम तक पहुंचने की व्यापारियो को उम्मीदो के पर लगा दिये। वो आशावान हो गये कि बुधवार से बाजार की सूरत चमकते सूरज की तरह होगी, जिसमे ग्राहको का आवागमन सुलम होने के साथ बाजार की अर्थव्यवस्था पटरी पर आती दिखेगी।
बरहाल, आज की बैठक में प्रशासन और व्यापारियो के तालमेल ने इतना तो दिखा कि यदि किसी मुददे पर पूरी शिददत से काम किया जाए, तो कठिनाई भले हो, सफलता आपके साथ आने को मजबूर हो जाती है।