झांसीः योगी सरकार को उनके ही विधायक ने कटघरे मे खड़ा कर दिया है। विधायक ने सवाल उठाया है कि आखिर झांसी मे अवैध खनन, सटटा और शराब की ओवररेटिंग क्यो हो रही है? बबीना विधायक ने मुख्य सचिव को भेजे पत्र मे महानगर मे अवैध कारोबार करने वालो के बहाने एक तीर से कई निशाने साधे हैं।
दरअसल, बीजेपी मे इन दिनो माननीयो के बीच क्षेत्र मे अतिक्रमण को लेकर जबरदस्त रस्साकसी चल रही है। बबीना विधायक को केन्द्रीय मंत्री उमा भारती का संरक्षण प्राप्त होने से वो पूरे झांसी जनपद मे अपना अधिकार मानते हुये हस्तक्षेप कर रहे हैं।
यह बात अंदर ही अंदर दूसरे विधायको को परेशान किये हैं, लेकिन वो पार्टी की छवि खराब होने के डर से कुछ बोल नहीं रहे हैं।
बबीना विधायक राजीव सिंह पारीछा को लेकर आरोप लग रहे है कि वो झांसी विधानसभा क्षेत्र मे ज्यादा सक्रिय रहते हैं। जबकि बबीना विधानसभा मे समस्याएं और निदान के लिये उतने प्रयास नही किये जाते। पार्टी के माननीयो के बीच चल रही इस रस्साकसी पर राजीव सिंह पारीछा ने अवैध कारोबार को मुददा बनाते हुये ना केवल अपनी ही सरकार को कठघरे मंे खड़ा कर दिया, बल्कि इशारो. इशारो मे इन कारोबारियांे को शह देने वालो पर भी निशाना साध दिया।
वैसे जानकार बताते है कि महानगर मे घुसपैठ को लेकर बीजेपी के अंदर चुनाव बाद से खींचतान चल रही है। राजीव सिंह पारीछा के उपर उमा भारती का हाथ होने से दूसरे नेता और पदाधिकारी कुछ बोल नहीं पाते, लेकिन वो खासे नाराज हैं।
इस नाराजगी की जानकारी राजीव सिंह पारीछा को है। इसलिये उन्होने एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की। मुख्य सचिव को लिखे पत्र मे राजीव सिंह साफ किया है कि जनपद के कई थाना क्षेत्र मे अवैध कारोबार हो रहे हैं। इस पत्र मे उन्होने थाना क्षेत्र के साथ यह भी जोड़ा कि खास कर महानगर मे अवैध कारोबार कुछ ज्यादा ही हो रहा है।
इससे सरकार की छवि पर असर पड़ रहा। यहां पार्टी के लोग सवाल उठा रहे हैं किे आखिर अवैध कारोबार कौन करा रहा? क्या योगी सरकार प्रशासनिक व्यवस्था बनाने मे फेल है? केवल माननीयो को पता है कि अवैध कारोबार हो रहा और पुलिस को नहीं? यानि पुलिस इस कारोबार मे बराबरी की हिस्सेदार है?
फिलहाल, सरकार की छवि को बचाने की गुहार लगाने वाले बबीना विधायक का यह पत्र पार्टी मे हड़कंप मचाये है। अब देखना यह है कि योगी सरकार विधायक के पत्र पर क्या एक्शन लेती है!