झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्याालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की द्वतीय एवं पंचम इकाई के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को ललित कला संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में देश के महान विचारक और चिंतक स्वामी विवेकानंद को उनकी जयंती पर भावपूर्वक याद किया गया। वक्ताओं ने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे स्वामीजी के विचारों पर अमल कर देश के विकास में सक्रिय योगदान दें।
ललित कला संस्थान में राष्ट्रीय सेवा योजना की द्वतीय एवं पंचम इकाई के तत्वावधान में राष्ट्रीय युवा सप्ताह के तहत आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान के अध्यक्ष डा.सीपी पैन्यूली रहे। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे स्वामीजी के आदर्शों को अपनाकर समाज निर्माण में अपनी प्रभावी भूमिका को सिद्ध करें।
उन्हांेने कहा कि स्वामीजी के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने सौ साल पहले थे। उनके आदर्शों को अपनाकर हम देश और दुनिया की तमाम मुश्किलों से निजात पा सकते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए ललित कला संस्थान की समन्वयक डा. श्वेता पाण्डेय ने कहा कि यदि युवा अपने मन में ठान लें तो वे बड़े से बडे़ लक्ष्य को आसानी से हासिल कर सकते हैं। बस उन्हें अपनी सोच को सकारात्मक रखना होगा। इससे पहले कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जनसंचार और पत्रकारिता संस्थान के शिक्षक उमेश शुक्ल ने युवाओं को स्वामी विवेकानंद के आदर्शों से सीख लेकर परस्पर सहयोग और समन्वय के भाव को खुद में पुष्ट करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि युवाओं को सकारात्मक परिवर्तन का वाहक बनने की शुरुआत खुद से ही करनी होगी।
इस कार्यक्रम का संचालन कर रहे राष्ट्रीय सेवा योजना की पंचम इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डा. मुहम्मद नईम ने नौजवान आओ रे, नौजवान गाओ रे गीत से पूरे हाल में उपस्थित युवाओं में विशेष उर्जा का संचार किया। सभी विद्यार्थियों ने समवेत स्वर में इस गीत को गाया। इससे पूर्व सभी अतिथियों ने मां सरस्वती और स्वामी विवेकानंद के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
फिर विद्यार्थियों कोमल भटनागर, शिखा द्विवेदी और अंकिता जैन ने एनएसएस गीत उठे समाज के लिए…. गीत सुनाया। मेघा और मीनू ने सरस्वती वंदना पेश की। मयूरी सिंह, मेघा कुशवाहा, सविता सिंह, आशीष कुमार, आकांक्षा चैरसिया, नमन भार्गव, सागर व्यास, रजत गुप्ता, लीलाधर पाण्डेय, जितिन आदि ने विभिन्न प्रस्तुतियों से स्वामी विवेकानंद का स्मरण किया। अश्विनी, वरदान, नमन भार्गव, जितिन, शिवांश, शिरीन रहमान आदि ने इति मुखरैया के निर्देशन में स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुडे़ एक प्रसंग से संबंधित लघु नाटिका का मंचन किया। इस कार्यक्र्रम में पत्रकारिता संस्थान के जय सिंह, राघवेंद्र दीक्षित, अभिषेक कुमार, उमेश कुमार और ललित कला संस्थान के दिलीप कुमार, जयराम कुठार समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।
डा. श्वेता पाण्डेय और डा. मु. नईम ने बताया कि राष्ट्रीय युवा सप्ताह के तहत 13 जनवरी को स्वामी विवेकानंद के सपनों का भारत और आज का समाज विषय पर वाद.विवाद प्रतियोगिता होगी। 15 जनवरी को ललित कला संस्थान में पोस्टर एवं पंेटिंग प्रतियोगिता, 16 जनवरी को निबंध प्रतियोगिता, 17 को प्रश्नोत्तरी, 18 जनवरी को स्वरचित काव्य पाठ और 19 जनवरी को पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया जाएगा।