नई दिल्ली 2 मईः इन दिनो डीजल पेटोल के दाम नहीं बढ़ने को लेकर चर्चा छिड़ी है। कंपनियां कोई कारण नहीं बता रही। जबकि कहा जा रहा है कि कनार्टक चुनाव के चलते दाम रोक दिये गये हैं। सच कोई सामने नहीं ला रहा है।
सरकार ने दाम तय करने के अधिकार कंपनियांे को दे दिये है। यही कारण है कि कंपनियां हर रोज दाम तय करती है।
मालूम हो कि तेल के दाम 19 मार्च से रोजाना बढ़ रहे हैं. इसके बावजूद दामों में कोई इजाफा नहीं किया गया. 24 अप्रैल को आखिरी बार दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 13 पैसे बढ़ाकर 74.63 रु. और डीजल की 18 पैसे बढ़ाकर 65.93रु. लीटर की गई थी.
जानकारों के मुताबिक, 24 अप्रैल को जब आखिरी बार कीमत बढ़ाई गई तब पेट्रोल का अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क रेट 78.84 डॉलर प्रति बैरल था. अब यह 80.56 डॉलर हो चुका है. जबकि डीजल का बेंचमार्क रेट 84.68 से 86.35 डॉलर हो गया है.
इसके अलावा रुपया भी डॉलर के मुकाबले 27 पैसे सस्ता हुआ है, इससे आयात महंगा होगा. ऐसे में देखा जाए तो तेल के दाम हफ्ते भर में दाम 50-60 पैसे बढ़ने चाहिए थे.