नई दिल्ली 4 जुलाई। नरेंद मोदी ने किसानों को समर्बन मूल्य में इजाफा कर मास्टर स्ट्रोक लगाया हैओ? ये सवाल इसलिए उठ रहा क्योंकि विपक्ष लगातार मोदी पर किसानों को लेकर हमला कर रहा था।
राहुल गांधी से लेकर विपक्ष के कई नेता पिछले। काफी दिन से है। हमलावर थे। केंद्र सरकार ने धान, बाजरा, मक्का, अरहर, मूंग और रागी सहित खरीफ की सभी 14 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP ) में अच्छा-खासा इजाफा करके देश के किसानों को बड़ा तोहफा दिया है.
एमएसपी में बढ़ोतरी से पहले मोदी सरकार गन्ना किसानों को राहत देने के लिए 8,500 करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान कर चुकी है. आगामी लोकसभा चुनाव और इसी साल तीन राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए ये फैसला मास्टरस्ट्रोक के तौर पर देखा जा रहा है. धान उत्पादन में पश्चिम बंगाल नंबर वन है. बीजेपी राज्य में अपनी जड़ें जमाने के लिए बेताब है. ऐसे में सरकार का ये फैसला उसे फायदा दिला सकता है. छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है, जहां इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में बीजेपी अपनी सत्ता को बरकरार रखने में इसे तुरुप के पत्ते के तौर पर इस्तेमाल कर सकती है.
राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इन दोनों राज्यों में बीजेपी की सरकारें हैं, लेकिन सत्ता विरोधी माहौल के होने से पार्टी को बड़ा नुकसान का खतरा दिख रहा है. ऐसे में सरकार ने इस कदम से जरिए किसानों की नाराजगी को दूर करने की कुछ हद तक कोशिश की है. खासकर मध्यप्रदेश में जहां मंदसौर कांड के बाद किसानों को सरकार के खिलाफ बताया जा रहा है.