– देशी-विदेशी सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बना महोबा का रहिलिया सूर्य मंदिर
– चंदेलकालीन सूर्य मंदिर बना महोबा का प्रमुख पर्यटन केंद्र
– जिला प्रशासन ने मंदिर का सुंदरीकरण कर सुविधाओं का किया विस्तार
13 जून, महोबा। बुंदेलखंड के ऐतिहासिक और पुरातात्विक धरोहरों को संरक्षित और विकसित कर पर्यटन को बढ़ावा देने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों का प्रभाव दिखाई देने लगा है। महोबा जनपद के ऐतिहासिक रहिलिया सूर्य मंदिर पर पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जिला प्रशासन ने सुविधाओं का विस्तार किया, जिसके बाद यहां हर रोज एक हजार से अधिक लोगों का आगमन हो रहा है। यहीं नहीं, यहां विदेशी सैलानी भी मंदिर के स्थापत्य के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यहां बैठने की व्यवस्था, सड़कों पर लाइटिंग और शाम के समय लाइट एन्ड साउंड कार्यक्रम की व्यवस्था की गयी है।
मंदिर की वास्तुकला है आकर्षक
राहिला सागर के पश्चिम दिशा में स्थित सूर्य मंदिर का निर्माण चंदेल शासक राहिल देव वर्मन ने नवीं शताब्दी में 890 से 910 के दौरान राहिल सागर नाम के तालाब की खुदाई करके किया था। इस मंदिर का वास्तुकला बेहद आकर्षक है। बताया जाता है कि 1203 में कुतुबुद्दीन ऐबक ने इस मंदिर को काफी नुकसान पहुंचाया था। वर्तमान समय में यह मंदिर एएसआई के संरक्षण में है और जिला प्रशासन इस स्थान को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए आवश्यक सुविधाओं का विस्तार करने में जुटा है।
देशी-विदेशी पर्यटकों का आगमन
महोबा के जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महोबा को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए आदेशित किया है। मुख्यमंत्री के आदेश पर यहां पर्यटन स्थलों के विकास पर काम शुरू हुआ। यहां भगवान सूर्य का मंदिर और सामने 50 हेक्टेयर की झील है। इसे देखते हुए यहां लगभग सवा तीन किलोमीटर सड़क पर तिरंगा लाइट की व्यवस्था की गयी। सोलर बेंच की व्यवस्था की गयी। यहां हर रोज एक हजार से अधिक लोगों का आगमन हो रहा है, जिनमें पांच सौ से छह सौ की संख्या महिलाओं की होती है। इस स्थान पर चीन, डेनमार्क, जर्मनी सहित विदेशों से भी सैलानी घूमने आ रहे हैं। पर्यटकों की बढ़ोत्तरी से यहां रोजगार के अवसरों में भी बढ़ोत्तरी होगी।