नई दिल्ली 1 अप्रैल। लोकसभा चुनाव 2014 में कांग्रेस पार्टी को भले ही 44 सीटें मिली हो , लेकिन वह 200 से अधिक सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी। 2019 के चुनाव में कांग्रेस इन ही 200 से अधिक सीटों पर नंबर वन करने की रणनीति पर काम कर रही है । देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस की रणनीति उसके आंकड़ों को बढ़ाने में कितना सहायक होती है।
आपको बता दें कि असम की 14 में से 11 सीट छत्तीसगढ़ में सभी 11 सीटों पर गुजरात की 26 में से 25 सीट पर हरियाणा की 10 में से 6 सीट पर कर्नाटक की सभी 28 सीटों पर केरल की 20 में से 15 सीटों पर मध्य प्रदेश की 29 में से 28 सीटों पर महाराष्ट्र के 48 में से 26 सीटों पर पंजाब की 13 में से 11 सीटों पर और राजस्थान की 25 में से 22 सीटों पर कांग्रेस पार्टी दूसरे नंबर पर रही थी।
कांग्रेस पार्टी के लिए एक बड़ी राहत की बात यह है कि पिछले दिनों हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में से पार्टी ने 3 राज्यों में बहुमत की सरकार बनाई है । पार्टी को इन राज्यों से लोकसभा चुनाव में काफी सीटें मिलने की उम्मीद है।
पिछले चुनाव में कांग्रेस को असम छत्तीसगढ़ हरियाणा मध्य प्रदेश केरल पंजाब राजस्थान और महाराष्ट्र में किए गए प्रदर्शन को काफी सुधारना होगा । इन राज्यों में पिछली बार बीजेपी को कितनी सीटें मिली थी कि कांग्रेस पूरी तरह से साफ हो गई थी ।
इन राज्यों से 224 सीटें आती हैं । इनमें कांग्रेश को मात्र 29 सीटें ही मिली थी । महाराष्ट्र में कांग्रेसका एनसीपी के साथ गठबंधन था और कांग्रेश कुल 48 सीटों में से मात्र 26 सीटों पर ही चुनाव लड़ी थी।
माना जा रहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी जिस तरह से अपनी रणनीति को अंजाम देने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं उसमें प्रियंका गांधी सेक्टर कितना असरदार होगा यह देखना दिलचस्प रहेगा।