झांसी। भगवान राम की नगरी ओरछा में 23 से 31 दिसम्बर तक श्रीरामकथा होगी। यह कथा मुरारी बापू के मुख बिन्दु से होगी। जिसको लेकर तैयारियों जोरो पर चल रही है। इसकी जानकारी श्रीमद् जगदगुरू द्वाराचार्य मलूक पीठाधीश्वर श्रद्धेय राजेन्द्र दास देवाचार्य ने दी है।
राजेन्द्र दास देवाचार्य ने जानकारी देत हुए बताया कि श्री सदगुरू जन्म शताब्दी महोत्सव के अर्न्तगत मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम की कथा का भव्य आयोजन 23 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक भगवान राम की नगरी ओरछा में होने जा रहा है। जिसमें संत परम पूज्य मोरारी बापू के मुखार बिन्दु से बुन्देलखण्ड के श्रृद्धालुओं को कथा का श्रवण करने का अवसर मिलेगा। उन्होने अनुमान जताया कि कथा में पूरे बुन्देलखण्ड के जनपदो से प्रतिदिन 1 लाख से अधिक भक्तजन आयेगे। जिसको लेकर तैयारियां पूरी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि आज लोग आधुनिकता की दौड़ में शामिल होकर भारतीय संस्कृति की प्राचीन विधाओं से दूर होते जा रहे है। जो गलत है। गाय की सेवा से मनुष्य के सब कष्ट दूर होते हैै। उन्होने खेती कार्य में जैविक उत्पादों को अधिक महत्व देने पर बल दिया। उन्होेने सुरभि गौशाला ओरछा के भव्य प्रांगण मंे आयोजित श्री राम कथा में झांसीवासियों से अधिक संख्या मंे आने का आग्रह किया।
इस दौरान जिला धर्माचार्य महन्त विष्णु दत्त स्वामी, नगर धर्माचार्य प. हरिओम पाठक, बसन्त गोलवलकर, लल्लन महाराज, अनुरूद्ध दास महाराज ओरछा, मनोज पाठक, पीयूष रावत, अनिल रावत, आशीष राय, देवेश पाण्डेय, रत्नेश दुबे, पुनीत रावत, रीतेश दुबे, अंचल अड़जारिया, मनीष नीखरा, नीरज राय, शिवशंकर संकल्प, अनिल दीक्षित, घनश्याम चौबे, सोनी कुशवाहा, बन्टू मिश्रा आदि उपस्थित रहे।