लखनउ 21 जनवरीः एक आरटीआई के खुलासे को यदि सच माने, तो प्रदेश की योगी सरकार पिछली सपा सरकार के मुकाबले कहीं अधिक शाही खर्च करने वाली सरकार है!
लखनऊ निवासी आरटीआई कंसलटेंट और इंजीनियर संजय शर्मा ने अपनी एक आरटीआई पर सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से आये जबाब के आधार पर योगी आदित्यनाथ की सरकार पर पर अखिलेश यादव की सरकार के मुकाबले 257% से अधिक शाहखर्च होने का आरोप लगाते हुए सरकारी शाहखर्ची पर योगी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
लोकजीवन में पारदर्शिता,जबाबदेही और मानवाधिकार संरक्षण के लिए काम कर रहे देश के नामचीन कार्यकर्ताओं में शुमार होने वाले संजय शर्मा ने बीते 23 मई को उत्तर प्रदेश के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय में आरटीआई अर्जी दायर करके उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2016-17 और 2017-18 में खरीदे गए एलईडी टेलीविज़न की संख्या और इनको खरीदने पर व्यय की गई धनराशि की सूचना माँगी थी। सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय के जन सूचना अधिकारी और सहायक निदेशक दिनेश कुमार गर्ग ने बीते 15 दिसम्बर को सहायक
दूरदर्शन अभियंता राम किशुन के बीते 11 दिसम्बर के पत्र को संलग्न करके संजय को जो सूचना दी है उसने टीवी खरीद पर योगी सरकार की शाहखर्ची की पोल खोल दी है।
संजय को बताया गया है कि मंत्रियों और विशिष्ट व्यक्तियों के शासकीय आवासों और कार्यालयों के लिए वित्तीय वर्ष 2016-17 में अखिलेश सरकार ने 21 जून को 40 इंच के एक टीवी पर 56,800/-, 28 सितम्बर को 32 इंच के 6 टीवी खरीदने पर 1,64,953/- और 13 जनवरी को 32 इंच के 3 टीवी खरीदने पर 95,700/- खर्चे। जबकि वित्तीय वर्ष 2017-18 में योगी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2016-17 में 30 मार्च को 32 इंच के 11 टीवी खरीदने पर 3,02,500/-, 16 मई को 32 इंच के 20 टीवी खरीदने पर 5,50,000/-, और 4 अक्टूबर को 65 इंच का एक टीवी 2,83,676/- में खरीदा। इस प्रकार अखिलेश की सरकार ने अपने आख़िरी साल में टीवी खरीद पर 3,17,453/-खर्ची तो योगी सरकार ने 9 महीनों में ही 11,36,176/- खर्च डाले हैं। इस प्रकार वर्तमान सरकार ने पिछली सरकार के मुकाबले ढाई गुने से अधिक पैसा ( 8,18,723/- ) टीवी खरीद पर खर्च कर डाला है जबकि इस वितीय वर्ष के 3 माह अभी शेष हैं। संजय ने अधिक
संख्या में टीवी खरीदने और इस खरीद पर जनता का अधिक पैसा खर्चने के आधार पर योगी को अखिलेश के मुकाबले अधिक शाहखर्च बताया है।