मातृशक्ति पर बढ़ते अत्याचारों के बीच नव दुर्गा एवं नव रात्रि की सार्थकता ?
प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रहमचारणी तृतीयं चंद्रघंटेति कुष्मांनडेति चतुर्थकम पंचमं स्कन्दमातेती षष्ठम कात्यायनीति च सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति चाष्टमम नवमं सिद्धि दात्री च नवदुर्गाः प्रकीर्तिताः प्रो बसंत प्रभात जोशी के आलेख से सहारा लेकर अपनी भावना व्यक्त करना चाहता हूं। उन्होंने माँ के निम्न स्वरूप बताऐ: – नवदुर्गा शैलपुत्री • ब्रह्मचारिणी • चन्द्रघंटा • कुष्मांडा •…