मुंबई 24 अगस्तः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लगातार आरएसएस पर किये जा रहे हमले का जवाब आज संघ प्रमुख मोहन भागवत ने एक समारोह मे दिया। उन्होने राहुल का नाम तो नहीं लिया, लेकिन इशारे मे बहुत कुछ कह दिया। वे रतन टाटा के साथ मंच साझा करते नजर आये।
मुंबई में आयोजित नाना पालकर जन्मशताब्दी वर्ष और नाना पालकर स्मृति समिति सुवर्ण महोत्सवी वर्ष सांगता समारोह में मोहन भागवत के साथ रतन टाटा विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थे. मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन राव भागवत उपस्थित थे. .
भागवत ने कहा कि कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों की तरह मुझे भी उत्साह था कि आज मंच से रतन टाटा जी कुछ बोलेंगे, मैंने उनसे पूछा कि आज आप बोलेंगे तो उन्होंने कहा कि उन्हें बोलने में दिक्कत होती है.
संघ प्रमुख ने आगे कहा कि कुछ लोग होते हैं जो बोलने में सहज महसूस नहीं करते, लेकिन उनका काम बोलता है. जबकि कुछ लोगों को बोलने के लिए रखा जाता है और उनको बोलना होता है जैसा कि मुझे.
उन्होंने अपने संबोधन में स्वर्गीय नाना पालकर के कार्यों का संस्मरण किया और कहा कि उपस्थित लोगों को उनके कार्यों से प्रेरणा लेते हुए काम करना चाहिए.
राहुल गांधी का नाम लिए बगैर भागवत ने कहा कि धर्म का अर्थ हर किसी को जोड़ने का होता है न कि बांटने का, यह समाज को उठाने का काम करता है. धर्म का मतलब ही है भाईचारा.