बस आप कल्पना कीजिये।
भीषण गर्मी,
तपते खंभे, पिघलती हुई बिजली वायर,
ओर पूरी दोपहरी काम करता हुआ बिजली कर्मचारी।
और सैकड़ो लोगों के निरंतर फ़ोन लाइट कब आएंगी, कबकी गई है, कुछ काम नहीं करते फ्री की तनख्वाह ले रहे हो इन सबके बीच 47 डिग्री तापमान में जलभुन कर शिद्दत से काम करता हुआ देश का एक सिपाही जो जानता और समझता है कि वो जितनी जल्दी विधुत अवरोध को ठीक करेगा जनसामान्य को उतनी जल्दी भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।
मेरा कोटि कोटि प्रणाम है, ऐसे बिजली वीरो को।
अपने पत्रकार बंधुओ से अनुरोध है कि इस गर्मी में इस खबर को भी चलाएं अल्प वेतन पाने वाले ये संविदा कर्मचारी बिना सुविधा के विद्युत व्यवस्था को सुचारू रूप चलाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।
*नमन है इन सभी को*