लखनउ 17 सितम्बरः गरीबी इंसान को क्या-क्या नहीं करने पर मजबूर कर देती है। एक माता-पिता ने अपनी 11 साल की बेटी की शादी नकली जन्मतिथि के आधार पर तय कर दी। इसकी जानकारी सामाजिक संगठनो को हुयी, तो उन्हांेने पुलिस की मदद से शादी रूकवा कर लड़की की जिन्दगी बर्बाद होने से बचा ली। यह घटना बुलंदशहर के अनूपशहर की है।
पुलिस व सामाजिक संगठन पीपीईएस की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रेणुका ने बताया कि शादी तय होने की जानकारी छात्रा ने टीचर को दी। यह छात्रा कक्षा तीन की छात्र है। जब शिक्षक को यह जानकारी हुयी, तो उन्हांेने सामाजिक संगठनो की मदद से परिवार वालो से संपर्क किया।
बताते है कि लड़की की उम्र महज 11 साल है। पिता ने नकली आधार कार्ड बनवाया, जिसमे उसकी उम्र 17 सवाल 9 महीने हो गयी। इसके बाद लड़की की शादी के कार्ड भी छप गये।
इसके बाद अधिकारी रेणुका ने चाइल्ड लाइन अधिकारियों से बात की। चाइल्ड लाइन के कार्यकर्ता ने बताया कि जब परिजनों को समझाने की कोशिश तो अज्ञात लोगों ने जान से मारने की धमकी तक दी। शुक्रवार को छात्रा की शादी थी लेकिन मौके पर पुलिस और चाइल्ड लाइन के अधिकारी पहुंच गए और शादी को रोक दिया।
बताया जा रहा है कि दो बेटियों की शादी का खर्चा बचाने के लिए गरीब मां-बाप एक साथ ही दोनों की शादी कर रहे थे। इस बारे न्यायिक मजिस्ट्रेट भूपेंद्र सिंह, बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने कहा कि शुक्रवार को शादी हो रही थी, लड़की को बचाया गया। लड़की के उम्र का सत्यापन डॉक्टरों के पैनल के द्वारा किया जाएगा।