झाँसी। जिला कलेक्ट्रेट झांसी में आज एक कम्प्यूटराइज्ड मशीन इन्फॉर्मेशन क्योस्क का शुभारंभ किया गया। जिला न्यायाधीश निसामुद्दीन ने आज इसका शुभारंभ किया। इसके माध्यम से एक जगह बैठकर अपने केस की सारी जानकारियां उपलब्ध हो जाएंगी। इस मशीन के आने से आर्डर क्या हुआ, कौन सी तारीख लगनी है आदि सारी जानकारियां मिलेंगी। अब वादी अथवा केस से जुड़े अन्य लोगों को न तो फाइलें तलाशनी पड़ेंगी और न ही कोर्ट के चक्कर बार-बार लगाने होंगे।
जिस प्रकार से रेलवे ने अपने स्टेशनों वेडिंग मशीनें लगवाई थीं। इसमें पीएनआर नंबर फीड करने के बाद अपनी ट्रेन व बर्थ आदि की लगभग सभी जानकारियां सामने स्क्रीन पर एक क्लिक करते ही आ जाती हैं। इसी तर्ज पर अब न्यायालयों में भी टच स्क्रीन के द्वारा काम करने वाली कम्प्यूटराइज्ड इन्फॉर्मेशन क्योस्क मशीनें लगाई जा रही हैं। झाँसी कलेक्ट्रेट परिसर में भी इसी प्रकार की एक मशीन लगाई गई है।
जिला न्यायाधीश निसामुद्दीन ने आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि लोग अपने केस के बारे में जानकारी करने के लिए बेहद परेशान रहते हैं। अब उन्हें इसके लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी होगी। उनके मुकदमे की कौन सी तारीख लगी है, क्या सुनवाई हुई, क्या-क्या हुआ केस में, क्या आर्डर हुआ? आदि सभी जानकारियां इस मशीन के जरिए पता चल जाएगा। इस मशीन के द्वारा मांगी जाने वाली सारी डिटेल उसमें भरना होगी। जिस भी केस का नंबर, पक्षकारों के नाम, एफआईआर नंबर, सीएनआर संख्या तथा फाईलिंग संख्या व अन्य जानकारी मशीन पर आप देंगे, तो आपके समक्ष सारी जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके अलावा अधिवक्ता गण भी अपने समस्त मुकदमों की जानकारी भी अपने नाम, बार कोड संख्या डालकर प्राप्त कर सकेंगे। जिला जज ने बताया कि जनपद न्यायालय के सभी न्यायालयों में लंबित तथा निस्तारित सभी वादों की ऑनलाइन जानकारी वेबसाइड तथा मोबाइल ऐप के माध्यम से भी प्राप्त की जा सकेगी।
जिला जज ने बताया कि इस मशीन के लगने से कचहरी में अनावश्यक रूप से लगने वाली भीड़ भी कम होगी। आज इस मशीन का शुभारंभ किया जा रहा है। कुछ दिनों बाद यह मशीन सुचारू रूप से काम करने लगेगी। इस मौके पर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष उदय राजपूत, महामंत्री केपी श्रीवास्तव के अलावा अन्य अधिकारी व अधिवक्ता आदि उपस्थित रहे।