काबुल [अफ़ग़ानिस्तान], अक्तूबर 21 : अफगानिस्तान में दो मस्जिदों पर आत्मघाती बम हमलों से मरने वालों की संख्या कम से कम 89 हुई है। रेडियो फ्री एयूरोपरेडियो लाइबर्टी वेब साइट रिपोर्ट ने कहा कि कल दो हमलों में काबुल में एक शिया मस्जिद में और घोर के केंद्रीय अफगान प्रांत में एक सुन्नी मस्जिद पर जगह थी।
अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि काबुल की मस्जिद की मौत 56 तक पहुंच गई है। काबुल के पश्चिमी दात-ए-बार्ची खंड में इमाम ज़मान मस्जिद में प्रार्थना करते समय कम से कम 55 लोग घायल हो गए थे। उग्रवादी समूह इस्लामिक स्टेट ने काबुल हमले की जिम्मेदारी ली है।
घोर में दूसरे हमले में अधिकारियों ने बताया कि कम से कम 33 लोग मारे गए और 10 घायल हुए। दुलैना जिले में स्थित एक सुन्नी मस्जिद, आत्मघाती हमलावर कावेगन में एक विस्फोटक विस्फोट हुआ। अब तक हमले के लिए जिम्मेदारी का कोई दावा नहीं किया गया है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा कि हमलों से पता चलता है कि “आतंकवादियों ने एक बार फिर खूनी हमलों का मंचन किया है, लेकिन वे अपने बुरे उद्देश्यों को हासिल नहीं करेंगे और अफगानों के बीच विवाद बोना होगा।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने अक्तूबर 20 अफ़ग़ानिस्तान में हमलों और अफगानिस्तान में पिछले हमलों की निंदा की थी, जिसमें एक हफ्ते में अमेरिका के ड्रोन हमले के कारण इस क्षेत्र में 30 से अधिक आतंकवादी मारे गए थे। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता हीथर नॉर्ट ने एक बयान में कहा, “इन बेवकूफ और कायरपूर्ण कार्यों के चेहरे में, अफगानिस्तान के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटूट है।
संयुक्त राज्य अमेरिका सरकार और अफगानिस्तान के लोगों के साथ खड़ा है और अपने देश के लिए शांति और सुरक्षा हासिल करने के अपने प्रयासों को जारी रखेगा।” अफगानिस्तान की अल्पसंख्यक शिया आबादी इस साल कई आतंकवादी हमलों का लक्ष्य रही है, जिन्हें तालिबान और आईएस पर दंड दिया गया है।