गणगौर या गौरी तृतीया एक जीवंत धार्मिक त्योहार है जो देवी पार्वती और भगवान शिव के दिव्य प्रेम का जश्न मनाता है।
तन पे सालू रंगीलो, तो अंगिया जड़ाव की रे। हाथों में चुड़ला पहना, तो गजरा जड़ाव का रे।। गारा की गणगौर… पावों में पायल पहनी, तो घुंघरू जड़ाव का रे।
झांसी। उत्तर प्रदेश उद्योग महानगर महिला व्यापार मंडल द्वारा आज प्रभा होटल में नवरात्रि के उपलक्ष में गंगा उत्सव मनाया गया।
यह कार्यक्रम महानगर अध्यक्ष रजनी गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।
रजनी गुप्ता ने कहा कि गणगौर पर्व होली के बाद मनाया जाता है: हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत्र माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रंगों का त्योहार मनाया जाता है।
गणगौर पर्व पर विशेष गीत भी गाए जाते हैं।
गणगौर या गौर माता एक स्थानीय देवी और भगवान शिव की पत्नी देवी पार्वती का एक रूप हैं।।
कार्यक्रम में सभी सदस्याएं सोलह श्रृंगार करके कार्यक्रम में शामिल हुई तथा विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया। सभी ने गणगौर माता के गीत गाए और साथ में पूजन किया ।
कार्यक्रम में अध्यक्ष रजनी गुप्ता चेयरमैन वसुधा प्रेमानी रश्मि महेंद्रू कल्पना सेठ विनीता नगरिया निधि नगरिया सीमा तिवारी मधु अग्रवाल नेहा झा रजनी सेठ सोनम गुप्ता रेनू शुक्ला राम श्री बरसैंया प्रीति शर्मा इत्यादि शामिल हुए।
कार्यक्रम संयोजिका प्रीति शर्मा ने सभी को सुहाग सामग्री भेंट की तथा कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम के अंत में महामंत्री निधि नगरिया ने सभी का आभार व्यक्त किया।