वाराणसी 22 सितम्बरः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक खासियत है कि वो किसी भी चीज को बारीकी से देखते और समझते हैं। आज उन्होने वाराणसी मे हस्तशिल्प व हथकरघा की चीजों को देखा। वह आश्चर्यचकित तो हुये ही, साथ ही उन्हांेने कहा कि यह हमारे देशवासियो की मेहनत है।
मोदी ने बनारस के टेड फैसिलिटी सेटर का उदघाटन किया। यहां हस्तकला व हथकरघा से जुड़ी हुयी वस्तुओ का उत्पादन किया जाएगा। बड़ालालपुर के सेंटर मे बने इस भव्य स्थल को देखते हुये प्रधानमंत्री अभिभूत नजर आये। उनके साथ कैबिनेट मंत्री स्मृति ईरानी, राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य आदि मौजूद रहे।
मोदी ने कहा कि वो दिन दूर नहीं जब पूर्वांचल की कला पूरी दुनिया मे परचम लहरायेगी।
विश्व मे मशहूर बनारसी साड़ी और सिल्क के व्यापार में करीब 20 हजार हैंडलूम के जरिये 60 हजार बुनकरों का परिवार इस व्यवसाय से जुड़ा है जिन्हें बिचौलियों से अब राहत मिलेगी और वो अपने सामानों को अपने तरीके से कस्टमर को सीधे बेच पाएंगे।
जो भी सैलानी यहां आएगा उसे राजवाड़े पोशाक जैसे शेरवानी, पगड़ी के अलावा हर वो चीजें उन्हें एक ही जगह मिलेगी जो उनके राजसी अंदाज को पूरा करेगी।
यही नहीं, यहां आने पर हर सैलानी काशी को लाइव महसूस कर सकता है, जैसे कि रामनगर की रामलीला, नाटी इमली का भरत मिलाप, यहाँ की कला संस्कृति और संगीत।