चिरगांव (झाँसी )- बीते दिनों पीआरडी जवान रमेश चंद्र राजपूत गल्ला मंडी चिरगांव ड्यूटी करने के लिए जा रहा था। तभी चिरगांव के पास एक ईको कार ने पीआरडी जबान में टक्कर मार दी थी ।जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी ।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए शव को भेज दिया था । तथा कार को अपने कब्जे में लेकर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया था । शुक्रवार को जवान का गांव में ही अंतिम संस्कार किया गया था।इस घटना से पीआरडी जवान के घर मातम फैला हुआ है । जिसमें आपको बता दें कि मार्च और अप्रैल पीआरडी जवान ने ड्यूटी नहीं की थी । उसने अपनी ड्यूटी का 1 मई से ही शुभारंभ किया था ।जो दो दिन ही एक और दो मई को गल्ला मंडी ड्यूटी पहुंचा था। वहीं 3 मई को रोज की भांति ड्यूटी जा रहा था ।लेकिन उसके पहले ही चिरगांव नेशनल हाईवे 27 पर ईको कार ने उसमें टक्कर मार दी थी। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी । पीआरडी जवान की लगभग 20 वर्ष पहले पत्नी की भी मौत हो चुकी थी । जिनमें पत्नी की मौत होने के कारण जबान के कोई भी संतान नहीं थी । क्योंकि जवान की पत्नी के पहला बच्चा था ।और प्रसव के दौरान उनकी पत्नी की मौत हो जाने के बाद पीआरडी जवान ने दूसरी शादी नहीं की ।
उनके छोटे भाई सुंदरभान सिंह भी पीआरडी में ही तैनात है ।उनके तीसरे भाई बृजकिशोर घर पर रहकर खेती किसानी करते हैं ।जिससे रमेशचंद की मौत हो जाने से परिवार में मातम फैला हुआ है । वहीं परिजनों का कहना है कि अभी तक कोई भी प्रशासनिक की ओर से उन्हें किसी भी प्रकार की मदद देने के लिए नहीं आया ।