झांसीः निकाय चुनाव मे टिकट वितरण को लेकर सस्पंेस बना रही बीजेपी की असली रणनीति सामने आ गयी। नामांकन के दिन भीड़ जुटाने के लिये सभी प्रत्याशियो को एक दिन नामांकन कराकर अपना दम दिखाने की आज कोशिश की गयी।
जीएसटी और नोटबंदी जैसे मुददे पर विपक्ष के निशाने पर आयी बीजेपी ने निकाय चुनाव मे अपनी फजीहत से बचने के लिये अनोखा दांव खेला। बीजेपी का चुनाव मे मूल मंत्र भीड़ तंत्र पर रहता है।
इस भीड़ तंत्र को बनाये रखने के लिये निकाय चुनाव मे रणनीति तय की गयी। इसके लिये सभी सभासद और मेयर का नामांकन एक दिन कराकर भीड़ के जरिये सैलाब दिखाने का संकेत दिया गया।
दिग्गजो की टीम और पूरे 60 वार्डों के सभासदांे की जुटायी भीड़ से बाजार मे हर तरफ भगवा नजर आया।
झांसी मे मेयर पद के लिये भाजपा ने वैश्य समाज पर इसलिये दांव लगाया है, ताकि जीएसटी वाले मुददे को विपक्ष को ना लपकने दे। इसके लिये यह तय किया गया कि पूरे बाजार मंे यह संदेश दिया जाए कि लोग हमारे साथ हैं।
इसका तरीका भीड़ तंत्र के जरिये ढूंढा गया। जानकार बताते है कि भीड़ के सहारे माहौल बनाने की इस रणनीति मे कुछ बड़ांे ने अहम भूमिका निभायी। भाजपा किसी तरह झांसी की मेयर सीट बचाना चाहती है।
इसमे उसे सबसे बड़ा रोड़ा प्रदीप जैन नजर आ रहे हैं। प्रदीप जैन के नामांकन मे कल जमकर भीड़ उमड़ी। इसकी काट आज बीजेपी ने अपने सभी सभासद प्रत्याशियो को एक जगह बुलाकर एकत्र करने के बाद ढूंढी।
आज बाजार मे दुपहिया वाहनो की रैली नजर आयी। हर प्रत्याशी के साथ बीस से अधिक दुपहिया वाहन थे। यानि पूरे नगर को यह संदेश दिया जा रहा है कि भीड़ हमारे साथ है। ताकि मेयर प्रत्याशी अकेला नजर ना आए।