झांसीः टिकट वितरण से नाराज दावेदारो ने खुली बगाबत करते हुये सोशल मीडिया पर कह दिया कि भाजपा की करारी हार मे उनका पूरा समर्थन होगा।
वैसे चुनावो मे यह होता है। हर किसी को खुश नहीं किया जा सकता। हां, बाहर से आये लोगों को वरीयता मिलने से सही दावेदार नाराज हो जाते है।
ऐसे ही हैं सौरभ कनौजिया। यह भाजपा से दावेदार थे। टिकट नहीं मिला। अब खुलकर बगावत कर रहे हैं।
उन्हांेने तो सोशल मीडिया पर यहां तक कह दिया कि भाजपा की करारी हार उनके सहयेाग से होगी।
इसके अलावा कई वार्ड मे विद्रोह के स्वर तेज हो गये है। वार्ड क्रमांक-58 से टिकट मांग रहे भाजपा समर्थक अब घोषित प्रत्याशी के विरोध मे उतर आये हैं। यहंा पूर्व सभासद रहे अरूण द्विवेदी भी दावा ठांेक रहे हैं।
इसके अलावा युवा प्रत्याशियो का जमावड़ा है। भाजपा के सामने सबसे बड़ी मुश्किल भितरघात से है।
कहा जा रहा है कि विपक्ष के नोटबंदी और जीएसटी मंे अपनांे का विरोध आग मे घी का काम करेगा।
इसके अलावा एक तो कमाल इस बात का हो गया कि एक दावेदार को बसपा से टिकट दिये जाने के बाद भाजपा से भी टिकट दे दिया गया।
इस बार भाजपा ने पत्रकारो पर जमकर दांव खेला। दो पत्रकार सभासद के टिकट पाने मे सफल रहे। पहले शशांक त्रिपाठी, दूसरे हेमन्त ठाकुर। देखना दिलचस्प होगा कि अपनो की कृपा से टिकट पा चुके दोनो कितनी बड़ी जीत हासिल करते हैं या…!