झांसीः बीते रोज सपा से मेयर पद के लिये राहुल सक्सेना को प्रत्याशी बनाये जाने के बाद पार्टी मे विद्रोह की चिंगारी सुलगने लगी है। जल्द ही एक व्यापारी चेहरा पार्टी को अलविदा कह सकता है।
इस नेता के बाहर होने से सपा के जनाधार पर गहरा असर पड़ेगा।
निकाय चुनाव मे पिछले कई दिनो से तैयारी कर रहे नेताओ को कल जोरदार झटका लगा। अंतिम समय तक लखनउ मे डेरा डाले रहे दावेदार अचानक राहुल सक्सेना का नाम सुनकर हैरान रह गये।
जानकार कह रहे है कि राहुल सक्सेना को करीबियांे के चलते टिकट मिल गया। जबकि हम लाइन मे ही लगे रहे।पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा और दावेदारी केसाथ संघर्ष कर रहे नेताआंे को पार्टी का यह कदम पसंद नहीं आया।
माना जारहा है कि पार्टी का एक बड़ा व्यापारी नेता जल्द पार्टी छोड़ सकता है। उक्त व्यापारी नेता जनाधार वाला बताया जा रहा है।चर्चित व्यापारी नेता के भाजपा मे जाने के संकेत मिले हैं।
सपा के लोग भी मान रहे है कि पार्टी का यह कदम आत्माघाती साबित हो सकता है?