झांसी में दिखे वर्दी के दो रूप, एक को मिली शाबासी दूसरे को सजा, रिपोर्ट- रवि त्रिपाठी

झांसी आज महानगर में वर्दी के दो रूप देखने को मिले। एक रूप में जहां उसे शर्मसार कर दिया, तो वहीं दूसरे रूप में कर्तव्य पालन के साहसिक कदम से उसे शाबाशी के शिखर पर पहुंचा दिया।
यहां गौर करने वाली बात यह है वर्दी वही है बस पहनने वाले की सोच और कर्तव्य पालन की निष्ठा वर्दी को कई रूपों में कैसे विभाजित करती है, यह झांसी की दो घटनाओं से समझा जा सकता है।
दर्शन आज नगर में बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह का कार्यक्रम था समारोह में राज्यपाल राम राय के अलावा मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी भाग लेने पहुंचे थे वीआईपी व्यवस्था लागू होने के कारण लाइट चौराहे पर पुलिस की तैनाती की गई थी इस दौरान एक दरोगा ने वर्दी को अपनी हद में शर्मसार करने के लिए ऐसा कदम उठाया जिसके बाद पूरे शहर में हंगामा हो गया थाने पहुंच गई नेताओं ने प्रदेश सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया।
आज सुबह एक दैनिक अखबार के फोटोग्राफर विजय कुशवाहा को दरोगा में इलाइट चौराहे पर लगी बैरीकेटिंग पार करने को लेकर अपना ऐसा रौद्र रूप दिखाया किस पर लाठी की बरसात कर दी।
दरोगा पर वर्दी का रौब इतना हावी था कि घटना के बाद मौके पर जमा हुए पत्रकारों ने जब दरोगा से सवाल जवाब किए तो वह दबंगई दिखाता हुआ ऐसे निकल गया जैसे उसने कुछ किया ही ना हो।
वर्दी की यह दबंगई यदि मीडिया की आवाज बुलंद ना होती तो शायद किसी को पता नहीं चलती । सारे पत्रकार मौके पर जमा हुए और थाने का घेराव कर दिया। वर्दी पर उठे सवालों के बीच विपक्षी नेताओं ने भी खूब ताने कसे , पल पल शर्मसार हो रही बर्दी को बचाने के लिए आनन-फानन में पुलिस प्रशासन ने उस दरोगा को लाइन हाजिर कर यह संदेश देने की कोशिश की हम गलती मानते हैं।
प्रेस फोटोग्राफर के साथ मारपीट की इस घटना ने जहां पूरे नगर से पुलिस का रोल गुंडा और अमानवीय चेहरा होने जैसी प्रतिक्रिया के रूप में सामने आया,तो सोशल मीडिया पर पूरे समय प्रकरण छाया रहा।
प्रतीक के रूप अभी चर्चा की केंद्र में था की दोपहर में ग्वालियर रोड से एक सुखद खबर आई। यहां सरेआम दो पक्षों में हुई मारपीट में एक बुजुर्ग कितना घायल हो गया कि उसे बचाने की किसी ने हिम्मत नहीं जुटाई
इस बात की जानकारी जब ग्वालियर रोड चौकी प्रभारी को हुई तो उन्होंने मौके पर वर्दी के साहस और कर्तव्य पालन का वह नमूना दिखाया जिसे देखने के बाद हर कोई वर्दी के प्रति सम्मान और रक्षा का वचन निभाने जैसा भाव दिल में सहेजता है।
उन्होंने मारपीट कर रहे लोगों को रोकने की भरसक कोशिश की । हालात बाहर होते देख उन्होंने सर्विस रिवाल्वर निकाल कर अपने अदम्य साहस का परिचय दिया और गुंडई कर रहे युवकों को दबोच लिया।
चौकी प्रभारी के इस साहसिक कार्य में उन्हें सलामी का हकदार बना दिया । इसके अलावा सुबह हुई मारपीट की घटना में कुछ मरहम लगाने का काम भी किया।

वर्दी के यह दो चेहरे नगर में कई सारे सवालों को जन्म देने के बाद लोगों की जुबान पर चर्चा का विषय बनी रहे।

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