झांसी: मेयर पद के लिये दावेदारी मे एक अनोखी चीज देखने को मिल रही है। इस बार राजनैतिक दलो के अलावा निर्दलीय तौर पर ताल ठांेकने को तैयार प्रत्याशियो मे कई चेहरे ऐसे हैं, जो छात्र राजनीति मंे सक्रिय रहे। जीत हासिल की, तो कोई तीसरे नंबर पर रहा।
नगर का प्रथम नागरिक बनने को बेताब प्रत्याशियो की सूची पर यदि नजर डाले, तो पाते है कि अभी तय नहीं होने के बाद भी जो चेहरे बाजार मे नजर आ रहे हैं, उनमे कई पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष भी है।
सबसे पहले बात भाजपा की करंे। वैसे तो भाजपा मे सबसे ज्यादा दावेदार हैं। इनमे दो नेता ऐसे हैं, जो छात्रसंघ का चुनाव लड़ चुके हैं। इनमे एक ने जीत हासिल की, तो दूसरा तीसरे नंबर पर रहा। पहले हैं संतोष सोनी। संतोष बीकेडी मे छात्रसंघ का चुनाव लड़ चुके हैं, उन्हे जीत हासिल हुयी थी। वहीं दूसरे दावेदार प्रदीप सरावगी हैं। इन्हांेने ने भी बीबीसी मे छात्रसंघ का चुनाव लड़ा था। उन्हंे तीसरे नंबर पर संतोष करना पड़ा था। बीजेपी से अमित साहू भी है
अब बात बसपा की। यहां से अभी प्रत्याशी तय नहीं है, लेकिन नरेन्द्र झां अपने प्रचार को चरम पर किये हुये हैं। नरेन्द्र झां छात्र राजनीति के दौर से ही सक्रिय हैं। वो छात्रसंघ अध्यक्ष भी रहे हैं। युवा वर्ग मे उनकी खासी पैठ है।
इसके अलावा कांग्रेस से प्रबल दावेदार मे चन्द्रशेखर तिवारी एवं डॉ. सुनील तिवारी हैं। दोनो ही छात्रसंघ का चुनाव लड़ चुके हैं। सुनील ने प्रदीप सरावगी को हराया था। इसके अलावा अन्य दावेदार भी हैं, जो छात्र राजनीति मे सक्रिय रहे हैं। इनमे सपा से प्रतिपाल दाउ का नाम है।