झांसीः बेतवा भवन मे चल रहे किसानो के आंदोलन मे आज कई किसानो ने अपना मुंडन करा कर विरोध जताया। उन्हांेने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा और कहा कि मांग पूरी नहीं हुयी तो किसान कुछ भी करेगा। यहां सबसे बड़ा सवाल यह उठा कि क्या किसान परिवार की महिलाएं भी अपना सिर मुंडवा सकती है। इस बात का एलान का धरने के दौरान किया गया।
किसान नेता गौरी शंकर बिदुआ के नेतृत्व मंे धरने पर बैठ किसानांे ने बेतवा भवन मे ही अपना सिर मुंडवाया।
उन्हांेने सरकार को जमकर गरियाया। बिदुआ ने कहा कि बुन्देलखण्ड का किसान मर रहा है, लेकिन किसी को चिंता नहीं है। सिंचाई विभाग किसानो के जले पर नमक छिड़क रहा।
आज धरने पर बीकेडी के प्राचार्य डा. बाबूलाल तिवारी, युवा नेता भानू सहाय, दिनेश भार्गव सिंह अन्य लोग पहुंचे।
बताया जा रहा है कि किसानो ने आज अल्टीमेटम दिया कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गयी, तो महिलाएं भी अपना मुंडन करा सकती है।
महिलाआंे के मुंडन की खबर के बाद प्रशासनिक अधिकारियांे मंे हड़कंप मच गया है। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि महिलाएं सिर मुंडवा ही लंेगी। धरने पर बैठे किसान पूरा मन बना चुके हैं।
यदि ऐसा होता है, तो यह झांसी के इतिहास मंे पहली बार होगा। अब सभी की निगाहंे किसानांे के आंदोलन पर जा टिकी हैं।