पटना 26 अक्टूबरः बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी इन दिनो बीमार चल रही हैं। इसके बाद भी उन्होने छठपर्व की तैयारी की। उनके इस जुझारूपन के सभी कायल हो गये।
बिहार मे छठपर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। लालू यादव का परिवार छठपर्व उत्साह के साथ मनाता है। राबड़ी देवी को चित्र मे खुद पकवान बनाते देखा जा सकता है। वो अपने परिवार के साथ त्योहार मना रही हैं।
आज बुधवार को छठ पर्व का खरना है जहां पूरे दिन छठ व्रती बिना अन्न-जल ग्रहण किए शाम को शुद्ध दूध से बनी खीर व शुद्ध घी से बनी हुई रोटी का भोग लगाती है। यह परंपरा सदियों से चलती आ रही है। छठ पर्व से कुछ दिन पहले ही छठ व्रतियों द्वारा मिट्टी के बने चूल्हे तैयार किए जाते हैं जिस पर शुद्ध जलावन के जरिए छठ का प्रसाद बनाया जाता है जिसे भगवान को भोग लगाने के बाद सभी ग्रहण करते हैं। वहीं छठ व्रती डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही कुछ ग्रहण करते हैं।
आपको बताते चलें कि इस बार राबड़ी देवी के छठ पूजा नहीं करने को लेकर चर्चा हो रही थी लेकिन इसी बीच लालू प्रसाद यादव ने कहा की राबड़ी देवी अपनी बेटी के कहने पर तबीयत नहीं ठीक होने के बावजूद परिवार और राज्य में सुख-शांति-विकास के लिए इस बार छठ पूजा कर रही हैं। राबड़ी देवी को स्पाइन में परेशानी और शुगर की बीमारी है जिस वजह से वह 36 घंटे तक पूजा अनुष्ठान करने में अपने आपको असमर्थ जता रही थी लेकिन दोनों बेटियों के कहने पर इस बार वह छठ करने को तैयार हुई।
छठ पर्व को लेकर राबड़ी देवी खुद चूल्हा बनाती हैं और गेहूं सुखाते हुए खुद प्रसाद तैयार करती है। उनके इस पूजा में पिछली बार नीतीश कुमार के साथ-साथ कई बिहार के राजनीतिक लोग शामिल हुए थे और उनके हाथों बने प्रसाद को ग्रहण किया था। इस पर्व को लेकर राबड़ी देवी का कहना है कि यह पवित्रता का पर्व है और इसमें जाति धर्म को छोड़ सभी एक होते हैं तथा सद्भावना की ऐसी मिसाल किसी अन्य त्यौहार में नहीं देखने को मिलती है।