अहमदाबाद 14 सितम्बरः नरेन्द्र मोदी के हर कदम को राजनैतिक घटनाक्रम से जोड़कर देखने वालो का मानना है कि उनका यह कदम आने वाले दिनो मे वोटों की बारिश के रूप मे सामने आयेगा।
यही वजह है कि विपक्षी पार्टी कांग्रेस के साथ-साथ एनडीए में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना भी इसे मोदी का सियासी दांव बता रही है.
दरअसल कुछ महीने बाद ही गुजरात विधानसभा चुनाव होने हैं. पिछले 19 साल से बीजेपी लगातार गुजरात की सत्ता पर आसीन है. माना जा रहा है कि नरेंद्र मोदी के 2014 में गुजरात से दिल्ली की सत्ता के सिंहासन पर बैठते ही सूबे पर बीजेपी की पकड़ कमजोर होने लगी है.
बीजेपी इस बात को बाखूबी समझती है, इसीलिए वो मोदी के बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट के जरिए न सिर्फ हाल ही में होने वाले चुनाव बल्कि 2019 के लोकसभा और 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव में भी वोट बटोरना चाहती है.
रोड शो के सियासी मायने
बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी खुद अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचे और जापान के पीएम शिंजो आबे को गले लगाकर उनका स्वागत किया. इसके बाद शिंजो आबे को एयरपोर्ट पर ही गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. मोदी ने जापान के पीएम शिंजो आबे के साथ अहमदाबाद एयरपोर्ट से साबरमती आश्रम तक रोड शो किया. ये रोड शो 8 किमी का था. रोड के दोनों ओर लोगों का जमघट था और लोग उल्लास से भरे हुए थे.