लखनउ 30 जनवरीः कासगंज मे हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। मंगलवार को कुछ लोग ने फिर से माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। इससे इतर प्रशासनिक पद पर बैठे लोग इस आग मे घी डालने का काम कर रहे हैं। बरेली के जिलाधिकारी की फेसबुक पर पोस्ट ने बबाल मचा दिया है।
बरेली के जिलाधिकारी राघवेंद्र विक्रम सिंह ने कासगंज मामले में फेसबुक पर विवादित पोस्ट डाल कर मामले को गर्मा दिया। उन्होंने विवादित पोस्ट डालकर कासगंज में हुई तिरंगा यात्रा पर सवाल खड़ा किया।
डीएम ने लिखा, “अजब रिवाज बन गया है। मुस्लिम मोहल्लों में ज़बरदस्ती जलूस ले जाओ और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाओ। क्यों भाई वे पकिस्तानी हैं क्या ? ऐसा ही मामला यहां बरेली के खैलम में हुआ था। फिर पथराव हुआ, मुकदमे लिखे गए …” बता दें कि कासगंज में 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा के दौरान दो समुदायों में विवाद हुआ, उसके बाद साम्प्रदायिक हिंसा हुई। धीरे-धीरे पूरा कासगंज सुलग उठा।
हालांकि, अब वहां हालात नियंत्रण में है। डीएम आर विक्रम सिंह के पोस्ट पर लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रिया दी है। दुर्गेश शर्मा नाम के यूजर ने लिखा है, “सर मैं आपकी बात से सहमत हूँ लेकिन मुहर्रम का जुलूस भी हिन्दू मोहल्लों से नहीं गुजरना चाहिए, और कासगंज मैं कोई धार्मिक जुलूस नहीं था आजादी का celebration था।
वहीं पं. मोहित दीक्षित नाम के यूजर ने लिखा है, “ये जय हिन्द की प्रथमिकता वाले देश में पकिस्तान मुर्दाबाद सर्वोपरी क्यों होता जा रहा है। सर्वप्रथम अवलोकन का विषय है जिनको चन्दन की मौत का दर्द होगा उसको ऐसी तिरंगा यात्रा पर सदैव खेद होगा जय हिन्द वन्दे मातरम्”