नई दिल्ली 13 अक्टूबरः भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपने बेटे जय शाह की कंपनी पर लगे आरोपो की आज पहली बार सफाई दी। उन्हांेने कहा कि शाह के कारोबार मे कोई गड़बड़ी नहीं है। यदि ऐसा नहीं होता, तो हम क्यो मान हानि का मुकदमा ठांेकते।
शाह ने इस मामले मे कांग्रेस को घेरा और पूछा कि उसने कभी साठ सालो मे किसी मामले मे ऐसा किया।
शाह ने कहा कि कंपनी ने एक भी कारोबार सरकार के साथ नहीं किया। एक रूपया भी सरकार का नहीं लगा।
सरकारी जमीन नहीं ली। बोफोर्स की तरह दलाली नहीं खायी। इसमंे करप्शन कहां से आ गया?
शाह ने कहा कि जहां तक विपक्ष कहता है कि इतने हजार गुना बढ़ गया है तो ये टर्नओवर होता है. अगर एक करोड़ की कोई कंपनी हो गई तो क्या ये कहा जाएगा कि एक करोड़ गुना टर्नओवर बढ़ गया है. ये शुद्ध रूप से कमोडिटी एक्सचेंज का बिजनेस है जिसमें टर्नओवर ज्यादा होता है और मुनाफा कम होता है
शाह ने बताया कि जय ने चावल, मक्का आदि का निर्यात किया और धनिया आयात किया और 80 करोड़ का टर्नओवर बताकर वो बताते नहीं हैं कि कितना मुनाफा हुआ है क्योंकि 80 करोड़ का टर्नओवर होने के बाद ही डेढ़ करोड़ का नुकसान हुआ है तो कहां मनी लॉन्ड्रिंग हुई. सारा लेनदेन चेक से हुआ. सारा बैंक से हुआ.
जब अमित शाह ने पूछा गया कि क्या जय शाह की कंपनी को जिस तरह के अनसिक्योर्ड लोन मिले, लेटर ऑफ क्रेडिट मिले तो क्या वो किसी छोटी कंपनी को मिल सकते हैं अगर वो अमित शाह के बेटे की नहीं है?