झांसी नेताओं की फितरत को समझना किसी के बूते की बात नहीं नेता ने हमेशा ही अपनी भावनाओं को भीड़ के सामने उजागर करने से परहेज किया है ऐसा नहीं है कि वह अपनी भावनाओं को दिल में समाए रखना चाहते हैं हालातों और संस्कारों में अपने को बांधे रखने का संकल्प लेकर चलने वाले यह नेता मौका पड़ने पर किस कदर बिंदास नजर आते हैं यह नजारा बीते रोज एक समारोह में देखने को मिला। व्यापार संघ के समारोह में झांसी के दिग्गज नेताओं का जमावड़ा था मौका था होली मिलन समारोह का समारोह में हर कोई नाच गा रहा था मौज मस्ती का आलम था कहते हैं कि यदुवंशी वही होता है जो राधिका और कृष्ण के गीत में भाव विभोर हो जाए जब समारोह में राधा कृष्ण के गीत की पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव के कानों में गूंजी तो उनके अंदर का ज्वार उनके तड़पते कदम कदमों के साथ महफिल में रंग जमाने लगा। वैसे तो दीपनारायण को लोग दद्दा के नाम से बुलाते हैं और उन्हें अपने समर्थकों के बीच एक ऐसी छवि में देखा जाता है जिसमें संयम समर्पण और गंभीर नेता की छवि समाज होती है। कल जब दीप नारायण को समारोह में राधा कृष्ण के स्वरूप के साथ लोगों ने तड़पते देखा तो उन्हें यकीन करना मुश्किल हो गया
समारोह मैं पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य बसपा नेत्री अनुराधा शर्म सांसद चंद्रपाल सिंह यादव और व्यापारी मौजूद रहे