मलिन बस्ती की दयनीय दशाओं को रेखांकित किया

झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान में मंगलवार को अपराह्न आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने बिजौली स्थित मलिन बस्ती भ्रमण की रिपोर्ट पेश कर वहां की दयनीय दशाओं को रेख्ंााकित। विद्यार्थियों ने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि उस मलिन बस्ती में रहने वाले लोगों की मूलभत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं।

सामाजिक संस्था प्रिया और संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक कार्यक्रम में जनसंचार और पत्रकारिता के विद्यार्थियों ने बिजौली की मलिन बस्ती की दशाओं पर विस्तार से चर्चा की। विद्यार्थियों मोहित प्रजापति, हर्षित सागर, अनमोल साहू, अनवर मीर कासिम, जाहिदा नाज, डाॅली पाण्डेय, एकता द्विवेदी, मेघा झा, रजत गुप्ता, मो. महताब आदि ने मलिन बस्ती में रहने वाले लोगों की दयनीय दशाओं, लोगांे की निर्धनता, बच्चों और महिलाओं की लाचारी का बखूबी चि़त्रण किया।

इन विद्यार्थियों ने पावर प्वाइंट पे्रजेंटेशन से उस मलिन बस्ती की दशाओं को रेखांकित करते हुए बताया कि अधिकांश बच्चे विद्यालय नहीं जा पाते हैं। इसका कारणा यह कि बस्ती की दूसरी तरफ सड़क पारकर विद्यार्थियों को स्कूल जाना होता है। अधिकांश अभिभावक दुर्घटना के डर से अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजते है। पत्रकारिता संस्थान के सभी विद्यार्थियों ने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि वे बिजौली की मलिन बस्ती में रहने वाले लोगों की दशा में सुधार के लिए उचित कदम उठाएं।

झांसी स्मार्ट सिटी में शामिल होने वाला है ऐसे में मलिन बस्तियों के सूरते हाल में सुधार की जरूरत है। इससे पहले प्रिया संस्था के पदाधिकारी अधिकारी सुधीर कुमार ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिये यह बताया कि करीब 152 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैले झांसी महानगर में 74 मलिन बस्तियां हैं।

शहर की मलिन बस्तियों के लोगों को शौचालय और स्वच्छ पानी के अभाव के बीच में दिन गुजारना पड़ रहा है। विभिन्न सरकारी एजेंसियों के माध्यम से शहर की कुल 66 फीसदी आबादी को ही स्वच्छ पानी की आपूर्ति हो पा रही है। अवैज्ञानिक रूप से बनाए गए सोख्ता पिट्स की वजह से भूमिगत जल भी प्रदूषित हो रहा है। श्री कुमार ने भूमिगत जल को सुरक्षित रखने के लिए वैज्ञानिक उपाय किए जाने की जरूरत बताई। उन्होंने नागरिकों को स्वच्छता के प्रति निरंतर जागरूक करने के लिए संस्था की ओर से चलाए जा रहे कार्यक्रमों की भी जानकारी विद्यार्थियों को दी।

उन्होंने विद्यार्थियांे से जनजागरण के कार्य में प्रभावी भूमिका निभाने का आह्वान भी किया। इस कार्यक्रम में संस्था की सुरूचि शर्मा समेत अन्य कई पदाधिकारियों ने भी हिस्सा लिया। कुछ विद्यार्थियों ने गीत और कविता के माध्यम से भी जनजागरण की जरूरत बताई। विद्यार्थी डाॅली पाण्डेय ने प्रख्यात कवि हरिओम पंवार की भूख पर आधारित एक कविता का पाठ कर माहौल को गंभीर बना दिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान के प्रमुख डा. सीपी पैन्यूली रहे। संस्थान के शिक्षक उमेश शुक्ल ने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे अध्ययन के साथ ही जनजागरण के कार्य को भी जारी रखें। सभी को विकास में आम जन की भागीदारी के महत्व से अवगत कराने की जरूरत है। इस कार्यक्रम में राघवेंद्र दीक्षित, अभिषेक कुमार, जय सिंह, उमेश कुमार, दिनेश प्रजापति समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।

 

 

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