झांसी भाजपा में अंदरूनी गुटबाजी तानाशाही और आरोप-प्रत्यारोप का दौर देखने को मिलने लगा है । आज ऐसा पहली बार हुआ है जब भाजपा के घटक संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में सर्किट हाउस में न केवल पुतला फूंका बल्कि आरोपों की झड़ी लगा दी।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री प्रवीण लखेरा जनप्रतिनिधियों पर जमकर बरसे उन्होंने कहा कि इन लोगों के पास दलितों की समस्या सुनने का समय नहीं है यह भाजपा के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।
अपनी पार्टी में अपनों के निशाने पर आ रहे नेताओं की इस कार्यशैली से यह साफ होने लगा है कि झांसी में भाजपा के अंदर कुछ ठीक नहीं चल रहा है। नेताओं की आपसी तनातनी और कार्यकर्ताओं की अनदेखी इस प्रकरण के बाद साथ देखी जा सकती है।
प्रदेश मुख्यमंत्री योगी कहते है कि दलित वर्ग को सुविधा प्राथमिकता पर मिलनी चाहिए। जबकि प्रदेश महामंत्री विद्या सागर सोनकर और प्रदेश मंत्री .झांसी प्रभारी सुब्रत पाठक और ने दलित छात्रों से जुड़ी समस्याओं को सुनने का वक्त भी नहीं निकाला।
इंतजार नहीं बर्दाश्त
प्रदर्शनकारियों ने सर्किट हाउस में पुतला दहन करते हुए बताया कि झांसी एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने एससीएसटी हाॅस्टल में सम्पर्क अभियान चलाया। जहां दलित छात्रों से जुड़ी कई समस्याएं सामने आयी। इन समस्याओं को बारीकी से जानने के लिए एबीवीपी कार्यकर्ता हाॅस्टल में रुके और वहां रात भी गुजारी। ऐसे में उन्हें जानकारी मिलीं कि झांसी जिले के प्रभारी सुब्रत पाठक और विद्यासागर सोनकर सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं की बैठक ले रहे है।
उन्होंने एससीएसटी छात्रों से जुड़ी समस्याओं के बारे में जनप्रतिनिधियों से मुलाकात का प्रयास किया। जिससे जनप्रतिनिधियों की निधि से दलित छात्रों के लिए विकास योजना चलाकर उन्हें राहत दी जा सके। जब सभी लोग सर्किट हाउस पहुंचे तो पहले उन्हें काफी इंतजार कराया गया और बाद में एक घंटे बाद में आने को कहा गया। जिससे आक्रोशित होकर सुब्रत पाठक और विद्यासागर सोनकर का पुतला सर्किट हाउस में फूंक दिया गया।