यूपी पुलिस अपराधियों से बोलती-सर कैसे हैं?

झांसी 17 सितम्बरः पुलिस कितनी निरीह प्राणी है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता कि उसे अपराधियों  को भी सलाम करना पड़ता और इज्जत देना पड़ती। ऐसा ही एक मामला झासी मे  सामने आया। इसमे  कुख्यात अपराधी पूर्व ब्लाक प्रमुख लेखराज सिंह को जब बंदी बनाया गया, तो उसके साथ पुलिस ने किसी माननीय से कम व्यवहार नहीं किया। फोटो मे  आप अंदाजा लगा सकते है कि नेता की वर्दी मे  नजर आ रहा यह आरोपी अपराधी के आगे पुलिस कैसे भीगी बिल्ली बनी खड़ी है।

नेता बनने का शायद यही फायदा है। सत्ता किसी दल की हो, आपके अपराध पुलिस पर भारी पड़ जाते हैं। पुलिस आपको तब तक माननीय माने रहेगी, जब उसकी बेइज्जती न हो जाए या फिर सीनियर अधिकरी सवाल जवाब न करंे।

ऐसा ही रानीपुर के पूर्व ब्लाक प्रमुख लेखराज सिंह  की गिरफतारी मे  नजर आया। लेखराज को पुलिस ने बीते रोज बंदी बनाया। उसे विभिन्न मुकदमो  के सिलसिले मे  बंदी बनाया गया। लेखराज पर हत्या, लूट, साजिश करने सहित अन्य अपराधांे के आरोप है और मुकदमा चल रहे हैं। लेखराज का सभी दलांे मे दबदबा है। सपा मे  वो कई बार बाहर-अंदर होते रहते हैं। भाजपा की सत्ता है, लेकिन बेखौफ।

क्षेत्र मे  अपने राजनैकित वजूद के चलते अपराध जगत मे  सिरमौर बन लेखराज सिंह को पुलिस वैसे तो कई बार पकड़ चुकी है, लेकिन उसकी इज्जत मे  किसी प्रकार की कमी नहीं छोड़ती। पुलिस यदि किसी छोटे मोटे अपराध मे  किसी व्यक्ति को पकड़े, तो उसकी हवालात मे  हजामत बनकर रहती है,लेकिन यदि आप पुलिस की नजर मे  माननीय है, तो नीचे दिये गये चित्र की भांति आपके साथ व्यवहार होगा।

पुलिस लेखराज के सामने घिग्गी बांधे खड़ी है, जबकि लेखराज पूरे अंदाज मे  नजर आ रहे हैं। जनता का कहना है कि यदि अपराधी इस अंदाज मे रहेगे, तो उन्हे  कानून का भय कैसे होगा? पुलिस क्यों  जनता और नेताओ  के बीच दोहरे मापदंड आजमाती है?

बरहाल, लेखराज की इस अंदाज वाली तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी। सभी ने अपने-अपने अंदाज मे  इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। हां, पुलिस कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

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