कोंच । ग्राम प्रधान ने कुएं की मरम्मत के नाम पर छह महीने पहले डेढ़ लाख रुपये कागजों में खर्च कर डाले, लेकिन आज तक कुएं की दशा में कोई सुधार नही हुआ है।
जालौन जनपद में ग्राम पंचायतों के कार्यों की जांच न होने से प्रधान बेलगाम हो गये हैं। कई प्रधान काम के नाम पर फर्जीबाड़ा करके सरकारी रुपये हड़पने में जुटे हुए हैं। विकास खंड नदीगांव की ग्राम पंचायत कुदारी में ऐसा ही एक मामला सामने आया। गांव के निवासी रामजी दीक्षित ने जिलाधिकारी को भेजे गये शिकायती पत्र में बताया कि नेट पर पड़ी ग्राम पंचायत के कार्यों की सूची के मुताबिक क्रमांक 59 पर अप्रैल 2018 में प्रधान रामसनेही रजक ने डेढ़ लाख रुपये का खर्चा पुराने कुएं की मरम्मत के लिए दर्शाया है। इसे लेकर गांव वाले हैरत में हैं क्योंकि कुआं ज्यों का त्यों बदहाल है। प्रधान ने एकदम फर्जी खर्चा दिखाकर दुस्साहस की पराकाष्ठा कर डाली है।
रामजी दीक्षित का कहना है कि केवल कूप मरम्मत में ही नहीं सूची 51 में गंगाराम गुप्ता के घर से भूरे भदौरिया के मकान तक नाली निर्माण दिखाया गया है। जिसमें 1 लाख 90 हजार रुपये निकाल लिए गये। क्रमांक 52 पर अनिल कुमार गुप्ता के मकान से भूरे भदौरिया, शैलेंद्र भदौरिया के मकान तक इंटर लाकिंग में दो लाख 20 हजार रुपये तक के खर्च का जिक्र है। धरातल पर इन कामों का भी कोई अस्तित्व नही है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के जन सुनवाई पोर्टल पर की गई शिकायत तक की जांच कराने की जहमत अधिकारियों ने नही उठाई है। उन्होंने जिलाधिकारी का ध्यान इस ओर आकर्षित करते हुए कहा कि अधिकारियों के वरदहस्त के कारण विकास के बजट को डकारने में लगे प्रधानों को बढ़ावा मिल रहा है। जिलाधिकारी इसे संज्ञान में लेकर अपनी देख-रेख में जांच करायें तांकि ग्राम पंचायतों के बजट का दुरुपयोग रोका जा सके।