लखनऊ 27 जून। प्रदेश में योगी सरकार के मंत्रिमंडल में जल्द ही फेरबदल हो सकता है । माना जा रहा है कि कई मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है। कई नए लोगों को मौका मिल सकता है।
बताया जा रहा है कि कई मौजूदा मंत्रियों को हटाने की तैयारी है दरअसल इसके पीछे उनकी कार्य का प्रदर्शन एक बड़ा कारण माना जा रहा है। वहीं कुछ मंत्रियों को सरकार से हटाकर संगठन की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
योगी सरकार में अभी 43 मंत्री हैं। लोकसभा पहुंचने वाले तीन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, डॉ. एसपी सिंह बघेल और सत्यदेव पचौरी ने इसी महीने इस्तीफा दिया है। दिव्यांगजन कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर को पहले ही हटाया जा चुका है।
इस लिहाज से योगी सरकार पर सीएम समेत 60 मंत्री रह सकते हैं ऐसे में श्रम मंत्री शामिल करने की गुंजाइश नजर आती है । कैबिनेट में सभी पद तो नहीं भरे जाएंगे , लेकिन माना जा रहा है कि 10 से 12 नए मंत्री बनाए जा सकते हैं।
संभावना है कि मंत्रियों के विभागों में भी बड़े स्तर पर फेरबदल किया जाएगा। कैबिनेट के फेरबदल में अधिकतर नए मंत्री राज्यमंत्री स्तर के होंगे। दो-तीन नए मंत्री स्वतंत्र प्रभार या कैबिनेट स्तर के भी हो सकते हैं।
जातीय संतुलन साधने के लिए किसी गुर्जर को भी मंत्री बनाया जा सकता है। सांसद चुने जाने के बाद जिन तीन मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है, उनमें दो ब्राह्मण व एक एससी हैं। ऐसे में कैबिनेट में कम से कम दो ब्राह्मणों को शामिल किए जाने की संभावना है।
कहा जा रहा है कि विस्तार विधानमंडल के मानसून सत्र से पहले होगा या उसके तुरंत बाद। चर्चा सितंबर-अक्तूबर में विस उपचुनावों के बाद की भी है। हालांकि भाजपा नेताओं का कहना है कि इस पर अंतिम निर्णय दिल्ली से होना है।