झांसी मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी राजपूत ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि ईवीएम मशीन को हाइटेक कर दिया गया है । नई एम-3 ईवीएम मशीन अधिक सेंसेटिव हो गई है। मशीन को कोई टेंपर करने का प्रयास करेगा तो वह फैक्ट्री मोड में चली जाएगी।
उन्होंने ये भी बताया कि मतदान के पूर्व अत्याधुनिक मशीन आॅपरेट होते ही सारा कुछ स्वतः चैक करेगी। एम थ्री ईवीएम तभी काम शुरू करेगी जब उसे सही तकनीकि से जोड़ा जाएगा। निर्वाचन आयोग ने ईवीएम की शुरुआत एम वन से की उसके बाद एम टू और अब एम थ्री मशीन प्रयोग में लायी जा रही है।
स्वदेश में निर्माण
ओ0पी0 रावत ने बताया कि ईवीएम का निर्माण इंडिया में ही होता है, रक्षा मंत्रालय की कम्पनी भारत इलैक्ट्रानिक्स लि0 बीईएल और परमाुण ऊर्जा मंत्रालय की कम्पनी इलैक्ट्रानिक कारपोरेशन आॅफ इंडिया ईसीआईएल में ही ईवीएम का निर्माण कराया जाता है। इन कम्पनी में बनीं मशीन को ही उपयोग में लाया जाता है।
मतपत्र के हालात नहीं
वार्ता के दौरान ओपी रावत ने बताया मतपत्र की मांग सही नही कहीं जा सकती, जब मतपत्र से वोट होते थे तब कई सवाल थे, मतपत्र कैप्चर होते थे, बाहुबलि का प्रभाव देखने को मिलता था। मतपत्र बेकार हो जाते थे, देश वासियों पर आरोप लगता था कि इनको वोट करना भी नहीं आता। राजनैमिक पार्टियों ने मतपत्र का सुझाव दिया है पर अभी स्थिति नहीं है कि मतपत्र के बारे में सोचा भी जाए।
- What Is Hot News
- उत्तर प्रदेश
- गुजरात
- छत्तीसगढ़
- जम्मू कश्मीर
- दिल्ली एनसीआर
- देश
- पंजाब
- बिहार
- मध्य प्रदेश
- राजनीति